अपरस्पर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 10:14, 5 October 2023 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''अपरस्पर''' (विशेषण) [इ. स.-अपरंच परं च, पूर्वपदे मुश्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

अपरस्पर (विशेषण) [इ. स.-अपरंच परं च, पूर्वपदे मुश्च]

  • एक के बाद दूसरा, निर्वाध, अनवरत, "राः सार्थाः गच्छन्ति सततमविच्छेदेन गच्छन्तीत्यर्थः-सिद्धा.।[1]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 65 |

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः