अभ्याहारः (पुल्लिंग) [अभि+आ+ह+घञ्]
- 1. निकट लाना, अनुकूल। छिड़कना, तर करना, परस्पराभ्युक्षणतत्पराणाम् (तासाम्) रघु. 16/57
- 2. अभिषेक द्वारा संस्कार।[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 88 |
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