असाधारण

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असाधारण (विशेषण) [नञ्‌ तत्पुरुष समास]

1. जो सामान्य न हो, असामान्य, विशेष, विशिष्ट

2. (तर्कशास्त्र में) जो सपक्ष या विपक्ष किसी में भी हेतु के रूप में विद्यमान न हो-यस्तूभयस्माद् व्यावृत्तः स त्वसाधारणो मतः

3. निजी, जिसका कोई और दावेदार न हो-णः (पुल्लिंग)तर्कशास्त्र में हेत्वाभास, अनैकांतिक के तीन भेदों में से एक[1]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 139 |

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