आकूतम्
आकूतम् (नपुंसक लिंग) [आ+कू+क्त]
- 1. अर्थ, इरादा, प्रयोजन-इतीरिताकूतमनीलवाजिनम्[1]
- 2. भावना, हृदय की स्थिति, संवेग,-चूड़ामण्डल बन्धनं तरलयत्याकूतजो वेपथुः[2], भावाकूत[3], साकूतम्-भावना-पूर्वक, साभिप्राय (प्रायः नाटकों में रंगमंच के निदेश के रूप में)
- 3. आश्चर्य या जिज्ञासा
- 4. चाह, इच्छा[4]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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