Difference between revisions of "विष्णुगोप"
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+ | '''विष्णुगोप''' (चौथा शती ई. के मध्य काल) से लेकर सिंह वर्मा (लगभग छठी शती ई. का उत्तरार्ध) के बीच लगभग आठ शासकों ने शासन किया। | ||
*[[प्रयाग]] प्रशस्ति के विवरण से स्पष्ट होता है कि, जिस समय [[समुद्रगुप्त]] ने दक्षिणापथ को जीता, उस समय [[कांची]] पर विष्णुगोप शासन कर रहा था। | *[[प्रयाग]] प्रशस्ति के विवरण से स्पष्ट होता है कि, जिस समय [[समुद्रगुप्त]] ने दक्षिणापथ को जीता, उस समय [[कांची]] पर विष्णुगोप शासन कर रहा था। | ||
*विष्णुगोप के बाद ईसा की पांचवीं एवं छठीं शताब्दी में [[पल्लव वंश]] का इतिहास अंधेरे में था। | *विष्णुगोप के बाद ईसा की पांचवीं एवं छठीं शताब्दी में [[पल्लव वंश]] का इतिहास अंधेरे में था। | ||
*समुद्रगुप्त द्वारा विष्णुगुप्त के पराजित होने के बाद पल्लव राज्य विघटन के कागार पर पहुँच गया था। | *समुद्रगुप्त द्वारा विष्णुगुप्त के पराजित होने के बाद पल्लव राज्य विघटन के कागार पर पहुँच गया था। | ||
*विभिन्न शासको ने भिन्न-भिन्न प्रदेशों में अपनी स्वतंत्रता घोषित कर स्वतंत्र शाखाओं की स्थापना कर ली थी। | *विभिन्न शासको ने भिन्न-भिन्न प्रदेशों में अपनी स्वतंत्रता घोषित कर स्वतंत्र शाखाओं की स्थापना कर ली थी। | ||
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*इन शासकों में-कुमार विष्णु प्रथम, बुद्ध वर्मा, कुमार विष्णु द्वितीय, स्कन्द वर्मा द्वितीय, सिंह वर्मा, स्कंद वर्मा तृतीय, नन्दिवर्मा प्रथम तथा शान्तिवर्मा चण्डदण्ड आदि प्रमुख थे। | *इन शासकों में-कुमार विष्णु प्रथम, बुद्ध वर्मा, कुमार विष्णु द्वितीय, स्कन्द वर्मा द्वितीय, सिंह वर्मा, स्कंद वर्मा तृतीय, नन्दिवर्मा प्रथम तथा शान्तिवर्मा चण्डदण्ड आदि प्रमुख थे। |
Latest revision as of 05:36, 14 April 2012
vishnugop (chautha shati ee. ke madhy kal) se lekar sianh varma (lagabhag chhathi shati ee. ka uttarardh) ke bich lagabhag ath shasakoan ne shasan kiya.
- prayag prashasti ke vivaran se spasht hota hai ki, jis samay samudragupt ne dakshinapath ko jita, us samay kaanchi par vishnugop shasan kar raha tha.
- vishnugop ke bad eesa ki paanchavian evan chhathian shatabdi mean pallav vansh ka itihas aandhere mean tha.
- samudragupt dvara vishnugupt ke parajit hone ke bad pallav rajy vighatan ke kagar par pahuanch gaya tha.
- vibhinn shasako ne bhinn-bhinn pradeshoan mean apani svatantrata ghoshit kar svatantr shakhaoan ki sthapana kar li thi.
- in shasakoan mean-kumar vishnu pratham, buddh varma, kumar vishnu dvitiy, skand varma dvitiy, sianh varma, skand varma tritiy, nandivarma pratham tatha shantivarma chandadand adi pramukh the.
- sianh varma pratham ke kal mean prasiddh jain granth lok vibhag ki rachana ki geean.
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