Difference between revisions of "डोंगरताल"

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'''डोंगरताल''' [[नागपुर ज़िला]], [[महाराष्ट्र]] का [[ऐतिहासिक स्थान]] है। गढ़मंडला के राजा [[संग्राम सिंह]] के बावन गढ़ों में डोंगरताल की भी गणना होती थी। इन्हीं गढ़ों के कारण संग्राम सिंह द्वारा शाषित प्रदेश 'गढ़मंडला' कहलाता था। संग्राम सिंह [[मुग़ल]] बादशाह [[अकबर]] की समकालीन वीरांगना [[रानी दुर्गावती]] के [[श्वसुर]] थे।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=382|url=}}</ref>
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'''डोंगरताल''' [[नागपुर ज़िला]], [[महाराष्ट्र]] का [[ऐतिहासिक स्थान]] है। गढ़मंडला के राजा [[संग्राम सिंह]] के बावन गढ़ों में डोंगरताल की भी गणना होती थी। इन्हीं गढ़ों के कारण संग्राम सिंह द्वारा शाषित प्रदेश 'गढ़मंडला' कहलाता था। संग्राम सिंह [[मुग़ल]] बादशाह [[अकबर]] की समकालीन वीरांगना [[रानी दुर्गावती]] के [[श्वसुर]] थे।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=382|url=}}</ref>
  
 
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Latest revision as of 11:00, 17 June 2013

doangaratal nagapur zila, maharashtr ka aitihasik sthan hai. gadhamandala ke raja sangram sianh ke bavan gadhoan mean doangaratal ki bhi ganana hoti thi. inhian gadhoan ke karan sangram sianh dvara shashit pradesh 'gadhamandala' kahalata tha. sangram sianh mugal badashah akabar ki samakalin viraangana rani durgavati ke shvasur the.[1]


panne ki pragati avastha
adhar
prarambhik
madhyamik
poornata
shodh

tika tippani aur sandarbh

  1. aitihasik sthanavali |lekhak: vijayendr kumar mathur |prakashak: vaijnanik tatha takaniki shabdavali ayog, manav sansadhan vikas mantralay, bharat sarakar |prishth sankhya: 382 |

sanbandhit lekh