अपराञ्च्
अपराञ्च् (विशेषण) [अपर+अञ्च्+क्विप्] (°राङ्, °राची, °राक)
- दूर न किया गया, मुँह न फेरा हुआ, सम्मुख होने वाला, सामने होने वाला, (अव्य.) (-राक्) के सामने।
सम.-मुख (विशेषण) (स्त्रीलिंग-खी)
- 1. मुंह न मोड़ते हुए, मुंह सामने किए हुए
- 2. साहसपूर्ण पग रखते हुए[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख