अबन्ध्य
अबन्ध्य (विशेषण) [बन्धे (फल प्रतिबन्धे) साधुः इति विग्रहे बन्ध+यत न. त.]
- सफल, जिसका फल या परिणाम न रुके।[1]
अबन्ध्य (विशेषण) [नञ् तत्पुरुष समास] जो बंजर न हो, उर्वर, उपजाऊ।[2]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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