अयनम्
अयनम् (नपुं.) [अय्+ल्युट्]
- 1. जाना, हिलना, चलना, जैसा कि रामायणम् में
- 2. राह, पथ, मार्ग, सड़क-अगस्त्य चिह्लादयनात्-रघु. 16/44
- 3. स्थान, जगह, घर
- 4. प्रवेश द्वार, व्यूह में प्रवेश करने का मार्ग-अयनेषु च सर्वेषु यथा- भागमवस्थिताः-भग. 1/11
- 5. सूर्य का मार्ग, सूर्य की विषुवत् रेखा से उत्तर या दक्षिण की ओर गति
- 6. (अत एव) इस मार्ग का अवधि-काल, छः मास, एक अयनबिंदु से दूसरे अयनबिंदु तक जाने का समय-दे. उत्तरायण, दक्षिणायन
- 7. विषुव और अयनसंबंधी बिन्दु,-दक्षिणम् अयनम् शिशिर ऋतु का अयन; उत्तरम् अयनम्-ग्रीष्म अयन
- 8. अन्तिम मुक्ति-नान्य: पन्था विद्यतेऽयनाय-श्वेता.।
सम.-अंशः (अयनांशः) (पुल्लिंग) अयन का भाग:-अन्त (अयनांतः) (पुल्लिंग) दो अयनों का संधिकाल। कालः दोनों अयनों के मध्य की अवधि (दोनों अयनों का संधिकाल),-वृत्तम् ग्रहण रेखा।[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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