अयुग-गल
अयुग-गल (विशेषण) [न. त.]
- 1. पृथक्, अकेला
- 2. ऊबड़-खाबड़, विषम
सम.-अर्चिस् (अयुगार्चिस्) (पुल्लिंग) आग,-नेत्रः,-नयनः,-शरः (पुल्लिंग) अयुग्म के अन्तर्गत,-सप्तिः (पुल्लिंग) सात घोड़ों वाला, सूर्य।[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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