अर्धिक (विशेषण) (स्त्रीलिंग -की) [अर्धमर्हति-अर्ध+ठन्]
- 1. आधी नाप रखने वाला
- 2. आधे भाग का अधिकारी,-कः (पुल्लिंग) वर्णसंकर,-वैश्यकन्या-समुत्पन्नो ब्राह्मणेन तु संस्कृतः, अर्धिकः स तु विज्ञेयो भोज्यो विप्रैर्न संशयः-पराशर. ।[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 108 |
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