अवकीर्णिन्‌‌

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search

अवकीर्णिन्‌ (विशेषण) [अवकीर्ण-इनि]

  • संयम का उल्लंघन करने वाला, ब्रह्मचर्य व्रत को तोड़ देने वाला, (पुल्लिंग-र्णी) धर्मनिष्ठ विद्यार्थी जिसने (मैथुनादिक करके) अपने ब्रह्मचर्य व्रत को तोड़ा और संयम हीनता का परिचय दिया;-अवकीर्णी भवेद्गत्वा ब्रह्मचारी तु योषितम, गर्दभं पशुमालभ्य नैऋत विशुध्यति[1][2]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. याज्ञ. 3/280, मनु. 3/155
  2. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 114 |

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः