अवगाढ
अवगाढ (विशेषण) [भूतकालिक कर्मणि कृदन्त (क्त)] [अव+गाह्+क्त]
1. डुबकी लगाया हुआ, घुसा हुआ, डूबा हुआ, अमृतहदमि-वागाढोऽस्मि[1]
2. नीचे दबाया गया,-नीचा, गहरा (शा.आलं.)-अभ्युन्नता पुरस्तादवगाढा जघनगौरवात्पश्चात्[2]
3. घनीभूत, जमा हुआ (जैसे रक्त)[3]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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