अविषय (विशेषण) (नञ् बहुव्रीहि समास)
- अगोचर, अदृश्य,-यः (पुल्लिंग) [नञ् तत्पुरुष समास]
- 1. अभाव
- 2. अविद्यमानता-रवेरविषये किं न दीपस्य प्रकाशनम्[1]
- 3. निर्विषय, जो पहुँच के अन्दर न हो, परे, बढ़ चढ़कर-न कश्चि-द्धीमतामविषयो नाम[2]
- 4. सकल वचनानाम-विषय:[3], शब्दों की शक्ति से बाहर, इन्द्रियार्थों की उपेक्षा[4]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ -हि. 2/79
- ↑ -श. 4
- ↑ -मा. 1/30
- ↑
संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 127 |
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