अव्यापार

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अव्यापार (विशेषण) [नञ्‌ बहुव्रीहि समास]

  • जिसके पास कोई कार्य न हो, काम में न लगा हुआ,-रः (पुल्लिंग) [नञ्‌ तत्पुरुष समास]
1. काम से विराम
2. ऐसा काम जो न तो किया जा सके, न समझ में आवे
3. जो अपना निजी व्यापार न हो, दूसरों के मामलों में हस्तक्षेप करना[1]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 129 |

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