महेन्द्र वर्मन द्वितीय

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search

महेन्द्र वर्मन द्वितीय (668-70ई.) नरसिंह वर्मन प्रथम का पुत्र एवं उत्तराधिकारी था।

  • उसने बहुत कम समय तक शासन किया था।
  • काशाक्कृदिलेख के वर्णन के आधार पर कहा जाता है कि, उसने घटिका (विद्वान् ब्राह्मणों की संस्था) का विस्तार किया।
  • कुछ लेखों में इसे ‘मध्यम लोकपाल‘ कहा गया है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः