खेह: Difference between revisions

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|हिन्दी= राख, धूल, मिट्टी, भस्म।
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|व्याकरण=स्त्रीलिंग
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|उदाहरण= तन ह्वै है जरि '''खेह'''।<ref>[[सूरसागर]] (10/1683)</ref>
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|विशेष=स्त्रियों द्वारा गाली के रूप में बैरिन के [[मुख]] खेह लगे<ref>शत्रुओं के मुख में कालिख लगे)</ref> का प्रयोग होता है।
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|पर्यायवाची= धूलि, क्षिति क्षोद, क्षोद, ख़ाक, गर्द, ग़ुबार, छार, धूलिका, पराग, पांशू, रेणु, रेनु, वातकेतु।
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|संस्कृत=
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Latest revision as of 12:44, 27 July 2011

शब्द संदर्भ
हिन्दी राख, धूल, मिट्टी, भस्म।
-व्याकरण    स्त्रीलिंग
-उदाहरण   तन ह्वै है जरि खेह[1]
-विशेष    स्त्रियों द्वारा गाली के रूप में बैरिन के मुख खेह लगे[2] का प्रयोग होता है।
-विलोम   
-पर्यायवाची    धूलि, क्षिति क्षोद, क्षोद, ख़ाक, गर्द, ग़ुबार, छार, धूलिका, पराग, पांशू, रेणु, रेनु, वातकेतु।
संस्कृत
अन्य ग्रंथ
संबंधित शब्द
संबंधित लेख

अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. सूरसागर (10/1683
  2. शत्रुओं के मुख में कालिख लगे