अभी न जाओ प्राण! -गोपालदास नीरज: Difference between revisions
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अभी न जाओ प्राण ! प्राण में प्यास शेष है, | अभी न जाओ प्राण ! | ||
प्यास शेष | प्राण में प्यास शेष है, प्यास शेष है। | ||
अभी बरुनियों के कुञ्जों मैं छितरी छाया, | अभी बरुनियों के कुञ्जों मैं छितरी छाया, | ||
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अभी प्राण-बंसीबट में बज रही बंसुरिया, | अभी प्राण-बंसीबट में बज रही बंसुरिया, | ||
अधरों के तट पर चुम्बन का रास शेष है। | अधरों के तट पर चुम्बन का रास शेष है। | ||
अभी न जाओ प्राण ! प्राण में प्यास शेष | अभी न जाओ प्राण ! | ||
प्यास शेष है। | प्राण में प्यास शेष है, प्यास शेष है। | ||
अभी स्पर्श से सेज सिहर उठती है, क्षण-क्षण, | अभी स्पर्श से सेज सिहर उठती है, क्षण-क्षण, | ||
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केलि-भवन के तरुण दीप की रूप-शिखा पर, | केलि-भवन के तरुण दीप की रूप-शिखा पर, | ||
अभी शलभ के जलने का उल्लास शेष है। | अभी शलभ के जलने का उल्लास शेष है। | ||
अभी न जाओ प्राण! प्राण में प्यास शेष है, | अभी न जाओ प्राण! | ||
प्यास शेष है। | प्राण में प्यास शेष है, प्यास शेष है। | ||
अगरु-गंध में मत्त कक्ष का कोना-कोना, | अगरु-गंध में मत्त कक्ष का कोना-कोना, | ||
सजग द्वार पर निशि-प्रहरी सुकुमार सलोना, | सजग द्वार पर निशि-प्रहरी सुकुमार सलोना, | ||
अभी खोलने से कुनमुन करते गृह के पट | अभी खोलने से कुनमुन करते गृह के पट, | ||
देखो साबित अभी विरह का चन्द्र -खिलौना, | देखो साबित अभी विरह का चन्द्र -खिलौना, | ||
रजत चांदनी के खुमार में अंकित अंजित | रजत चांदनी के खुमार में अंकित अंजित, | ||
आँगन की आँखों में नीलाकाश शेष है। | आँगन की आँखों में नीलाकाश शेष है। | ||
अभी न जाओ प्राण! प्राण में प्यास शेष है, | अभी न जाओ प्राण! | ||
प्यास शेष है। | प्राण में प्यास शेष है, प्यास शेष है। | ||
अभी लहर तट के आलिंगन में है सोई, | अभी लहर तट के आलिंगन में है सोई, | ||
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एक नशा-सा व्याप्त सकल भू के कण-कण पर, | एक नशा-सा व्याप्त सकल भू के कण-कण पर, | ||
अभी सृष्टि में एक अतृप्ति-विलास शेष है। | अभी सृष्टि में एक अतृप्ति-विलास शेष है। | ||
अभी न जाओ प्राण! प्राण में प्यास शेष है, | अभी न जाओ प्राण! | ||
प्यास शेष है। | प्राण में प्यास शेष है, प्यास शेष है। | ||
अभी मृत्यु-सी शांति पड़े सूने पथ सारे, | अभी मृत्यु-सी शांति, पड़े सूने पथ सारे, | ||
अभी न उषा ने खोले प्राची के द्वारे, | अभी न उषा ने खोले प्राची के द्वारे, | ||
अभी मौन तरु-नीड़, सुप्त पनघट, नौकातट, | अभी मौन तरु-नीड़, सुप्त पनघट, नौकातट, | ||
अभी चांदनी के न जगे सपने निंदियारे, | अभी चांदनी के न जगे सपने निंदियारे, | ||
अभी दूर है प्रात:, रात के प्रणय-पत्र में | अभी दूर है प्रात:, रात के प्रणय-पत्र में, | ||
बहुत सुनाने सुनने को इतिहास शेष है। | बहुत सुनाने सुनने को इतिहास शेष है। | ||
अभी न जाओ प्राण! प्राण में प्यास शेष है, | अभी न जाओ प्राण! | ||
प्यास शेष है॥ | प्राण में प्यास शेष है, प्यास शेष है॥ | ||
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Latest revision as of 06:14, 14 December 2011
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अभी न जाओ प्राण ! |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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