देवगढ़, अम्बिकापुर: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''देवगढ़''' अम्बिकापुर से 38 किमी. की दूरी पर स्थित है। ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
m (Text replacement - "स्वरुप" to "स्वरूप")
 
Line 1: Line 1:
'''देवगढ़''' [[अम्बिकापुर]] से 38 किमी. की दूरी पर स्थित है। देवगढ प्राचीन काल में ऋषि [[जमदग्नि|मदग्नि]] की साधना स्थली रही है। इस शिवलिंग के मध्य भाग पर शक्ति स्वरुप पार्वती जी नारी रुप में अंकित है। इस शिवलिंग को शास्त्रो में अर्द्ध नारीश्वर की उपाधि दी गई है। इसे गौरी शंकर मंदिर भी कहते है। देवगढ में रेणुका नदी के किनारे एकादश रुद्ध मंदिरों के [[भग्नावशेष]] बिखरे पडे है। देवगढ में गोल्फी मठ की संरचना [[शैव संप्रदाय]] से संबंधित मानी जाती है। इसके दर्शनीय स्थल, मंदिरों के भग्नावशेष, गौरी शंकर मंदिर, आयताकार भूगत शैली शिव मंदिर, गोल्फी मठ, पुरातात्विक कलात्मक मूर्तियां एवं प्राकृतिक सौंदर्य है।
'''देवगढ़''' [[अम्बिकापुर]] से 38 किमी. की दूरी पर स्थित है। देवगढ प्राचीन काल में ऋषि [[जमदग्नि|मदग्नि]] की साधना स्थली रही है। इस शिवलिंग के मध्य भाग पर शक्ति स्वरूप पार्वती जी नारी रुप में अंकित है। इस शिवलिंग को शास्त्रो में अर्द्ध नारीश्वर की उपाधि दी गई है। इसे गौरी शंकर मंदिर भी कहते है। देवगढ में रेणुका नदी के किनारे एकादश रुद्ध मंदिरों के [[भग्नावशेष]] बिखरे पडे है। देवगढ में गोल्फी मठ की संरचना [[शैव संप्रदाय]] से संबंधित मानी जाती है। इसके दर्शनीय स्थल, मंदिरों के भग्नावशेष, गौरी शंकर मंदिर, आयताकार भूगत शैली शिव मंदिर, गोल्फी मठ, पुरातात्विक कलात्मक मूर्तियां एवं प्राकृतिक सौंदर्य है।


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

Latest revision as of 13:19, 29 October 2017

देवगढ़ अम्बिकापुर से 38 किमी. की दूरी पर स्थित है। देवगढ प्राचीन काल में ऋषि मदग्नि की साधना स्थली रही है। इस शिवलिंग के मध्य भाग पर शक्ति स्वरूप पार्वती जी नारी रुप में अंकित है। इस शिवलिंग को शास्त्रो में अर्द्ध नारीश्वर की उपाधि दी गई है। इसे गौरी शंकर मंदिर भी कहते है। देवगढ में रेणुका नदी के किनारे एकादश रुद्ध मंदिरों के भग्नावशेष बिखरे पडे है। देवगढ में गोल्फी मठ की संरचना शैव संप्रदाय से संबंधित मानी जाती है। इसके दर्शनीय स्थल, मंदिरों के भग्नावशेष, गौरी शंकर मंदिर, आयताकार भूगत शैली शिव मंदिर, गोल्फी मठ, पुरातात्विक कलात्मक मूर्तियां एवं प्राकृतिक सौंदर्य है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

  1. REDIRECT साँचा:छत्तीसगढ़ राज्य के ऐतिहासिक स्थान