क्रोश: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replacement - "अर्थात " to "अर्थात् ")
 
(12 intermediate revisions by 6 users not shown)
Line 1: Line 1:
*क्रोश या कोस 2.5 मील की दूरी के लिए पुरानी माप है। जो आज भी कहीं-कहीं प्रचलित है।  
[[चित्र:Cow-01.jpg|thumb|रंभाती हुई [[गाय]]]]
*गाय के रंभाने की आवाज़ सामान्य स्थिति में जितनी दूर से सुनी जा सके यह दूरी वही है।  
'''क्रोश / कोस''' दूरी नापने का एक प्राचीन पैमाना है। जिसमे 1 कोस, 2.5 मील की दूरी के लिए माना जाता है। जो आज भी कहीं-कहीं प्रचलित है।  
*भारतीय माप में गाय का बहुत महत्व है।
* 'कोस' का शाब्दिक अर्थ है - 'दूरी की एक माप जो लगभग दो मील अर्थात् लगभग तीन किलोमीटर के बराबर होती है।'
* प्राचीन समय में दूरी किलोमीटर से नहीं, कोस से मापी जाती थी। 
* [[गाय]] के रंभाने की आवाज़ सामान्य स्थिति में जितनी दूर से सुनी जा सके 'क्रोश' वही दूरी है।  
 
{{seealso|ली|स्टेडिया}}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==संबंधित लेख==
{{इकाई और मात्रक}}
[[Category:इकाई और मात्रक]]
[[Category:इकाई और मात्रक]]
[[Category:पौराणिक कोश]]
__INDEX__

Latest revision as of 07:49, 7 November 2017

[[चित्र:Cow-01.jpg|thumb|रंभाती हुई गाय]] क्रोश / कोस दूरी नापने का एक प्राचीन पैमाना है। जिसमे 1 कोस, 2.5 मील की दूरी के लिए माना जाता है। जो आज भी कहीं-कहीं प्रचलित है।

  • 'कोस' का शाब्दिक अर्थ है - 'दूरी की एक माप जो लगभग दो मील अर्थात् लगभग तीन किलोमीटर के बराबर होती है।'
  • प्राचीन समय में दूरी किलोमीटर से नहीं, कोस से मापी जाती थी।
  • गाय के रंभाने की आवाज़ सामान्य स्थिति में जितनी दूर से सुनी जा सके 'क्रोश' वही दूरी है।
  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख