महाराष्ट्र की जलवायु: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replacement - "शृंखला" to "श्रृंखला")
 
(4 intermediate revisions by 3 users not shown)
Line 6: Line 6:
#[[दिसंबर]]-[[फ़रवरी]] (ठंडा व शुष्क)
#[[दिसंबर]]-[[फ़रवरी]] (ठंडा व शुष्क)


सह्माद्रि तथा उत्तरी श्रृंखलाएँ पर्वतीय अवरोध की भूमिका निभाती हैं और अत्यंत नम वातावरण को कोंकण तट की पवनमुखी दिशा तक सीमित रखती हैं। पवनमुखी दिशा में भीतरी पठार अपेक्षाकृत शुष्क रहता है। कोंकण में औसत वर्षा 2,540 मिमी है और सह्माद्रि समेत कुछ अत्यधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में 6,350 मिमी तक वर्षा होती है। पश्चिमी घाट के पूर्व में कोंकण की वर्षा का मात्र पाँचावां हिस्सा ही वर्षा होती है। पहाड़ियों के अनुकूल पूर्वी क्षेत्रों में वर्षा दर बढ़ती चली जाती है, यहाँ 1,016 से 2,032 मिमी तक वर्षा दर्ज की गई है। तटीय क्षेत्रों में [[तापमान]] समरूप रहता है और मुम्बई में यह लगभग 27° से. से कुछ कम या ज़्यादा रहता है। [[पुणे]] (भूतपूर्व पूना) के पठार क्षेत्र में लगभग साल भर ठंडा मौसम रहता है। [[महाराष्ट्र]] के मध्यवर्ती और पूर्वी हिस्से में गर्मी के मौसम में औसत तापमान 43° से. और शीत ऋतु में लगभग 20° से. होता है। महाराष्ट्र में वर्षा की दर प्रत्येक साल भिन्न होती है, जिससे निपटने के लिए, 20वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में सिंचाई के साधनों का विकास किया गया, ताकि फ़सलों को नष्ट होने से बचाया जा सके।
सह्माद्रि तथा उत्तरी श्रृंखलाएँ पर्वतीय अवरोध की भूमिका निभाती हैं और अत्यंत नम वातावरण को कोंकण तट की पवनमुखी दिशा तक सीमित रखती हैं। पवनमुखी दिशा में भीतरी पठार अपेक्षाकृत शुष्क रहता है। कोंकण में औसत वर्षा 2,540 मिमी है और सह्माद्रि समेत कुछ अत्यधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में 6,350 मिमी तक वर्षा होती है। पश्चिमी घाट के पूर्व में कोंकण की वर्षा का मात्र पाँचावां हिस्सा ही वर्षा होती है। पहाड़ियों के अनुकूल पूर्वी क्षेत्रों में वर्षा दर बढ़ती चली जाती है, यहाँ 1,016 से 2,032 मिमी तक वर्षा दर्ज की गई है। तटीय क्षेत्रों में [[तापमान]] समरूप रहता है और मुम्बई में यह लगभग 27° से. से कुछ कम या ज़्यादा रहता है। [[पुणे]] (भूतपूर्व पूना) के पठार क्षेत्र में लगभग साल भर ठंडा मौसम रहता है। [[महाराष्ट्र]] के मध्यवर्ती और पूर्वी हिस्से में गर्मी के मौसम में औसत तापमान 43° से. और शीत ऋतु में लगभग 20° से. होता है। महाराष्ट्र में वर्षा की दर प्रत्येक साल भिन्न होती है, जिससे निपटने के लिए, 20वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में सिंचाई के साधनों का विकास किया गया, ताकि फ़सलों को नष्ट होने से बचाया जा सके।
   
   
;मुम्बई की जलवायु
;मुम्बई की जलवायु
Line 20: Line 20:


==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{भारत की जलवायु}}
[[Category:मौसम]]
[[Category:महाराष्ट्र]]
[[Category:महाराष्ट्र]]
[[Category:पर्यावरण और जलवायु]]
[[Category:पर्यावरण और जलवायु]]
[[Category:भूगोल कोश]]
[[Category:भूगोल कोश]]
[[Category:नया पन्ना]]
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 11:29, 9 February 2021

चित्र:Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

मुम्बई तट पर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की पहली बारिश जून के पहले सप्ताह में होती है और यह सितम्बर तक चलती है। इस दौरान यहाँ वार्षिक वर्षा का 80 प्रतिशत दर्ज किया जाता है। सामान्यतः चार मौसम हैं:

  1. मार्च-मई (गर्म व शुष्क)
  2. जून-सितम्बर (गर्म व नम)
  3. अक्टूबर-नवंबर (उष्ण व शुष्क)
  4. दिसंबर-फ़रवरी (ठंडा व शुष्क)

सह्माद्रि तथा उत्तरी श्रृंखलाएँ पर्वतीय अवरोध की भूमिका निभाती हैं और अत्यंत नम वातावरण को कोंकण तट की पवनमुखी दिशा तक सीमित रखती हैं। पवनमुखी दिशा में भीतरी पठार अपेक्षाकृत शुष्क रहता है। कोंकण में औसत वर्षा 2,540 मिमी है और सह्माद्रि समेत कुछ अत्यधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में 6,350 मिमी तक वर्षा होती है। पश्चिमी घाट के पूर्व में कोंकण की वर्षा का मात्र पाँचावां हिस्सा ही वर्षा होती है। पहाड़ियों के अनुकूल पूर्वी क्षेत्रों में वर्षा दर बढ़ती चली जाती है, यहाँ 1,016 से 2,032 मिमी तक वर्षा दर्ज की गई है। तटीय क्षेत्रों में तापमान समरूप रहता है और मुम्बई में यह लगभग 27° से. से कुछ कम या ज़्यादा रहता है। पुणे (भूतपूर्व पूना) के पठार क्षेत्र में लगभग साल भर ठंडा मौसम रहता है। महाराष्ट्र के मध्यवर्ती और पूर्वी हिस्से में गर्मी के मौसम में औसत तापमान 43° से. और शीत ऋतु में लगभग 20° से. होता है। महाराष्ट्र में वर्षा की दर प्रत्येक साल भिन्न होती है, जिससे निपटने के लिए, 20वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में सिंचाई के साधनों का विकास किया गया, ताकि फ़सलों को नष्ट होने से बचाया जा सके।

मुम्बई की जलवायु
  1. REDIRECTसाँचा:मुख्य
  • मुंबई की जलवायु गर्म और आर्द्र है। यहाँ चार ॠतुएं हैं।
  • दिसंबर से फ़रवरी तक सर्दी और मार्च से मई तक गर्मी का महीना रहता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख