दे दी हमें आज़ादी: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replacement - " जगत " to " जगत् ")
 
(4 intermediate revisions by one other user not shown)
Line 1: Line 1:
{| class="bharattable-pink" align="right"
{{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय
|+ संक्षिप्त परिचय
|चित्र=Pradeep.jpg
|-
|चित्र का नाम=कवि प्रदीप
|
|विवरण='''{{PAGENAME}}''' एक प्रसिद्ध फ़िल्मी गीत है। 
* फ़िल्म : जागृति
|शीर्षक 1=रचनाकार
* संगीतकार : हेमंत कुमार  
|पाठ 1=[[कवि प्रदीप]]
* गायिका [[लता मंगेशकर]]
|शीर्षक 2=फ़िल्म  
* गीतकार: प्रदीप
|पाठ 2=जाग्रति (1954)
|}
|शीर्षक 3=संगीतकार
|पाठ 3=[[हेमंत कुमार]] 
|शीर्षक 4=गायक/गायिका
|पाठ 4= [[लता मंगेशकर]]
|शीर्षक 5=
|पाठ 5=
|शीर्षक 6=
|पाठ 6=
|शीर्षक 7=
|पाठ 7=
|शीर्षक 8=
|पाठ 8=
|शीर्षक 9=
|पाठ 9=
|शीर्षक 10=
|पाठ 10=
|संबंधित लेख=
|अन्य जानकारी=कवि प्रदीप का मूल नाम 'रामचंद्र नारायणजी द्विवेदी' था। प्रदीप [[हिंदी साहित्य]] जगत् और हिंदी फ़िल्म जगत् के एक अति सुदृढ़ रचनाकार रहे। कवि प्रदीप '[[ऐ मेरे वतन के लोगों]]' सरीखे देशभक्ति गीतों के लिए जाने जाते हैं।
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
}}
{{Poemopen}}
{{Poemopen}}
<poem>
<poem>
Line 78: Line 98:
*[http://www.youtube.com/watch?v=w999fBZs8MY दे दी हमें आज़ादी]  
*[http://www.youtube.com/watch?v=w999fBZs8MY दे दी हमें आज़ादी]  
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{देश भक्ति गीत}}
{{देश भक्ति गीत}}{{कवि प्रदीप}}
[[Category:फ़िल्मी गीत]]
[[Category:फ़िल्मी गीत]]
[[Category:देश भक्ति गीत]]
[[Category:देश भक्ति गीत]]
Line 85: Line 105:
[[Category:सिनेमा]]
[[Category:सिनेमा]]
[[Category:सिनेमा कोश]]
[[Category:सिनेमा कोश]]
[[Category:कवि प्रदीप]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

Latest revision as of 13:46, 30 June 2017

दे दी हमें आज़ादी
विवरण दे दी हमें आज़ादी एक प्रसिद्ध फ़िल्मी गीत है।
रचनाकार कवि प्रदीप
फ़िल्म जाग्रति (1954)
संगीतकार हेमंत कुमार
गायक/गायिका लता मंगेशकर
अन्य जानकारी कवि प्रदीप का मूल नाम 'रामचंद्र नारायणजी द्विवेदी' था। प्रदीप हिंदी साहित्य जगत् और हिंदी फ़िल्म जगत् के एक अति सुदृढ़ रचनाकार रहे। कवि प्रदीप 'ऐ मेरे वतन के लोगों' सरीखे देशभक्ति गीतों के लिए जाने जाते हैं।

दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
आंधी में भी जलती रही गांधी तेरी मशाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल

धरती पे लड़ी तूने अजब ढंग की लड़ाई
दागी न कहीं तोप न बंदूक चलाई
दुश्मन के क़िले पर भी न की तूने चढ़ाई
वाह रे फ़कीर खूब क़रामात दिखाई
चुटकी में दुश्मनों को दिया देश से निकाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल

दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
रघुपति राघव राजा राम

शतरंज बिछा कर यहाँ बैठा था ज़माना
लगता था कि मुश्क़िल है फ़िरंगी को हराना
टक्कर थी बड़े ज़ोर की दुश्मन भी था दाना
पर तू भी था बापू बड़ा उस्ताद पुराना
मारा वो कस के दाँव के उल्टी सभी की चाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल

दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
रघुपति राघव राजा राम

जब-जब तेरा बिगुल बजा जवान चल पड़े
मज़दूर चल पड़े थे और किसान चल पड़े
हिंदू व मुसलमान, सिख, पठान चल पड़े
क़दमों में तेरी कोटि-कोटि प्राण चल पड़े
फूलों की सेज छोड़ के दौड़े जवाहरलाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल

दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
रघुपति राघव राजा राम

मन में थी अहिंसा की लगन तन पे लंगोटी
लाखों में घूमता था लिए सत्य की सोंटी
वैसे तो देखने में थी हस्ती तेरी छोटी
लेकिन तुझी झुकती थी हिमालय की चोटी
दुनिया में तू बेजोड़ था इन्सान बेमिसाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल

दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
रघुपति राघव राजा राम

जग में कोई जिया है तो बापू तूही जिया
तूने वतन की राह में सब कुछ लुटा दिया
मांगा न कोई तख़्त न तो ताज ही लिया
अमृत दिया सभी को मगर ख़ुद ज़हर पिया
जिस दिन तेरी चिता जली, रोया था महाकाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल

दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल
रघुपति राघव राजा राम


टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख