जाजनगर: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
 
Line 23: Line 23:
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
*पुस्तक- ऐतिहासिक स्थानावली, लेखक-विजयेन्द्र कुमार माथुर, प्रकाशन- राजस्थान ग्रंथ अकादमी जयपुर, पृष्ठ संख्या-768  
* ऐतिहासिक स्थानावली| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार, पृष्ठ संख्या-768
 
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{उड़ीसा के ऐतिहासिक स्थान}}
{{उड़ीसा के ऐतिहासिक स्थान}}

Latest revision as of 07:16, 16 June 2013

जाजनगर उड़ीसा के जाजपुर ज़िले में वैतरणी नदी के तट पर स्थित यह एक प्राचीन स्थल है। प्राचीन समय में यह यज्ञपुर, जाजपुर के नाम से जाना जाता था।

  • महाभारत में इस क्षेत्र को विरजा क्षेत्र कहा गया है।
  • दूसरी-तीसरी सदी ई.में यह क्षेत्र एक तीर्थ स्थल के रूप में माना जाता था।
  • कहा जाता है कि इस नगर की स्थापना छठी सदी में उड़ीसा के राजा ययाति केसरी ने की थी।
  • विरजा ययाति की इष्टदेवी थी।
  • यहाँ पर एक मंदिर में विरजा (वि-रजा=रजोगुणहीन) देवी की मूर्ति स्थापित की है।
  • यहाँ से प्राचीन विशालकाय प्रतिमाएँ मिली हैं।
  • इनमें से एक 16 फुट ऊँची बोधिसत्व पद्मपाणि की प्रतिमा है।
  • अन्य प्रतिमाएँ चामुण्डी,वराही एवं इन्द्राणी की हैं।
  • ये काफ़ी क्षतिग्रस्त हैं।
  • युवानच्वांग के समय जाजपुर ही उड़ीसा की राजधानी थी।
  • मालवा के सुल्तान हुसंगशाह ने जाजनगर पर 1421 ई. में आक्रमण किया था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • ऐतिहासिक स्थानावली| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार, पृष्ठ संख्या-768

संबंधित लेख