पहेली 12 अगस्त 2016: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
('{| class="bharattable-green" width="100%" |- | चित्र:Paheli-logo.png|right|100px|link=पहेली {{LOCALDAY}} {{LOCAL...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
(One intermediate revision by the same user not shown)
Line 3: Line 3:
| [[चित्र:Paheli-logo.png|right|100px|link=पहेली {{LOCALDAY}} {{LOCALMONTHNAME}} {{LOCALYEAR}}]]
| [[चित्र:Paheli-logo.png|right|100px|link=पहेली {{LOCALDAY}} {{LOCALMONTHNAME}} {{LOCALYEAR}}]]
<quiz display=simple>
<quiz display=simple>
{[[1919]] में [[पंजाब]] में हुए क्रूर अत्याचारों के विरोधस्वरूप ब्रिटिश सरकार से प्राप्त 'सर' की उपाधि किसने लौटी दी?
{[[1919]] में [[पंजाब]] में हुए क्रूर अत्याचारों के विरोधस्वरूप ब्रिटिश सरकार से प्राप्त 'सर' की उपाधि किसने लौटी दी थी?
|type="()"}
|type="()"}
-तेज बहादुर सप्रू
-[[ईश्वरचंद्र विद्यासागर]]
-[[आशुतोष मुखर्जी]]
-[[आशुतोष मुखर्जी]]
+[[रबीन्द्रनाथ ठाकुर]]
+[[रबीन्द्रनाथ ठाकुर]]
-[[सर सैयद अहमद ख़ाँ]]
-[[सर सैयद अहमद ख़ाँ]]
||[[चित्र:Rabindranath-Tagore.jpg|right|100px|border|रबीन्द्रनाथ ठाकुर]]'रबीन्द्रनाथ ठाकुर' एक [[बांग्ला भाषा|बांग्ला]] [[कवि]], कहानीकार, गीतकार, संगीतकार, नाटककार, निबंधकार और चित्रकार थे। [[भारतीय संस्कृति]] के सर्वश्रेष्ठ रूप से पश्चिमी देशों का परिचय और पश्चिमी देशों की संस्कृति से [[भारत]] का परिचय कराने में [[रबीन्द्रनाथ ठाकुर]] की बड़ी भूमिका रही। उन्हें आधुनिक भारत का असाधारण सृजनशील कलाकार माना जाता है। सन [[1919]] में हुए [[जलियाँवाला बाग़|जलियाँवाला काण्ड]] की जब रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने निंदा की थी तो ब्रिटिश समाचार पत्रों का रुख़ उनके प्रति एकाएक बदल गया। रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने जलियाँवाला काण्ड के विरोध स्वरूप अपना 'सर' का खिताब लौटाते हुए [[वाइसराय]] को जो पत्र लिखा, वह भी ब्रिटिश समाचार पत्रों ने छापना उचित नहीं समझा, पर लॉर्ड माण्टेग्यू ने पार्लियामेंट में जब घोषणा की कि 'सर रवीन्द्रनाथ को दिया गया खिताब वापिस नहीं लिया गया है' तो यह समाचार ब्रिटिश समाचार पत्रों में अवश्य छपा।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रबीन्द्रनाथ ठाकुर]]
||[[चित्र:Rabindranath-Tagore.gif|right|100px|border|रबीन्द्रनाथ ठाकुर]]'रबीन्द्रनाथ ठाकुर' एक [[बांग्ला भाषा|बांग्ला]] [[कवि]], कहानीकार, गीतकार, संगीतकार, नाटककार, निबंधकार और चित्रकार थे। [[भारतीय संस्कृति]] के सर्वश्रेष्ठ रूप से पश्चिमी देशों का परिचय और पश्चिमी देशों की संस्कृति से [[भारत]] का परिचय कराने में [[रबीन्द्रनाथ ठाकुर]] की बड़ी भूमिका रही। उन्हें आधुनिक भारत का असाधारण सृजनशील कलाकार माना जाता है। सन [[1919]] में हुए [[जलियाँवाला बाग़|जलियाँवाला काण्ड]] की जब रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने निंदा की थी तो ब्रिटिश समाचार पत्रों का रुख़ उनके प्रति एकाएक बदल गया। रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने जलियाँवाला काण्ड के विरोध स्वरूप अपना 'सर' का खिताब लौटाते हुए [[वाइसराय]] को जो पत्र लिखा, वह भी ब्रिटिश समाचार पत्रों ने छापना उचित नहीं समझा, पर लॉर्ड माण्टेग्यू ने पार्लियामेंट में जब घोषणा की कि 'सर रवीन्द्रनाथ को दिया गया खिताब वापिस नहीं लिया गया है' तो यह समाचार ब्रिटिश समाचार पत्रों में अवश्य छपा।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रबीन्द्रनाथ ठाकुर]]
</quiz>
</quiz>



Latest revision as of 08:41, 2 August 2016

right|100px|link=पहेली 5 June 2025

1919 में पंजाब में हुए क्रूर अत्याचारों के विरोधस्वरूप ब्रिटिश सरकार से प्राप्त 'सर' की उपाधि किसने लौटी दी थी?

ईश्वरचंद्र विद्यासागर
आशुतोष मुखर्जी
रबीन्द्रनाथ ठाकुर
सर सैयद अहमद ख़ाँ



पहेली 11 अगस्त 2016 40px|पिछली पहेली पर जाएँ|link=| पहेली 12 अगस्त 2016 अगली पहेली पर जाएँ|40px|link=| पहेली 13 अगस्त 2016


सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान