शारिका: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 7: | Line 7: | ||
|पर्यायवाची=कमान, गज़, वाद दंड, धनुष। | |पर्यायवाची=कमान, गज़, वाद दंड, धनुष। | ||
|संस्कृत=शारि+कन्-टाप् | |संस्कृत=शारि+कन्-टाप् | ||
|अन्य ग्रंथ=[[शारि]] | |अन्य ग्रंथ= | ||
|संबंधित शब्द=[[शारि]] | |||
}} | }} | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 08:01, 2 February 2011
हिन्दी | वाद्यों को बजाने की धनुष-जैसी कमानी या गज, शतरंज का मोहरा, एक चिड़िया, मैना। |
-व्याकरण | स्त्रीलिंग |
-उदाहरण | श्री बाबा अमरनाथ की पवित्र छड़ी शनिवार को हारी पर्वत स्थित शारिका पीठ पहुंची। |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | कमान, गज़, वाद दंड, धनुष। |
संस्कृत | शारि+कन्-टाप् |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | शारि |
संबंधित लेख |