श्रीरामपुर (पश्चिम बंगाल): Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==") |
||
Line 21: | Line 21: | ||
|शोध= | |शोध= | ||
}} | }} | ||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
[[Category:पश्चिम बंगाल]][[Category:पश्चिम बंगाल के ऐतिहासिक नगर]][[Category:भारत के नगर]] | [[Category:पश्चिम बंगाल]][[Category:पश्चिम बंगाल के ऐतिहासिक नगर]][[Category:भारत के नगर]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 10:48, 21 March 2011
- श्रीरामपुर एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें: श्रीरामपुर
श्रीरामपुर को सेरामपुर या सेरामपोर भी कहा जाता है। श्रीरामपुर शहर हुगली ज़िला मध्य पश्चिम बंगाल राज्य पूर्वोत्तर भारत हुगली नदी के पश्चिम में स्थित है। यह शहर कोलकाता शहरी संकेंद्रण का हिस्सा है।
इतिहास
श्रीरामपुर मूलत 18वीं शताब्दी में स्थापित डेनिश उपनिवेश था और इसे फ़्रेडरिक्स नगर कहा जाता था। श्रीरामपुर पर सन 1845 में अंग्रेज़ों का क़ब्ज़ा हो गया। 1793 में श्रीरामपुर में एक बैप्टिस्ट मिशन शुरु किया गया। कलकत्ता विश्वविद्यालय से संबद्ध सेरामपोर महाविद्यालय की स्थापना सन 1818 तीन बैप्टिस्ट मिशनरियों द्वारा की गई थी, जो भारत में भारतीय वर्णमाला को टाइप में ढालने वाले पहले व्यक्ति थे। इस शहर में 1818 में सबसे पुराने बंगाली समाचार पत्रों को जारी किया गया। श्रीरामपुर में 1870 के दशक में यहाँ प्रारंभिक भारतीय काग़ज़ मिलें निर्मित की गई। 1865 में श्रीरामपुर को नगरपालिका बनाया गया।
व्यापार और उद्योग
श्रीरामपुर में जूट, चावल व कपास की मिलें, रसायन निर्माण, रस्सी, आभूषण, हस्तकरघे और धातु की पॉलिश यहाँ के महत्त्वपूर्ण उद्योग हैं।
शिक्षण संस्थान
श्रीरामपुर में एक पुस्तकालय, अस्पताल, सरकारी बुनाई संस्थान और वस्त्र प्रौद्योगिकी विद्यालय हैं।
उत्सव
श्रीरामपुर में एक विशाल वार्षिक उत्सव रथयात्रा निकाली जाती है।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार श्रीरामपुर की कुल जनसंख्या 1,97,955 है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ