जीसैट-12 उपग्रह: Difference between revisions

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'''जीसैट-12''' '[[इसरो]]' (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) द्वारा निर्मित नवीनतम संचार उपग्रह है। इसका भार उत्थापन समय में लगभग 1410 कि.ग्रा. था। जीसैट-12 का संरूपण कम प्रत्यावर्तन समय में देश की प्रेषानुकरों की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए 12 विस्तारित सी-बैण्ड प्रेषानुकरों को वहन करने के लिए किया गया है। जीसैट-12 के 12 विस्तारित सी-बैण्ड प्रेषानुकर दूरशिक्षा, दूरचिकित्सा, तथा ग्रामीण संसाधन केन्द्र (वीआरसी) जैसी विभिन्न संचार सेवाओं के लिए इन्सैट प्रणाली की क्षमता का संवर्धन करेंगे ।  
'''जीसैट-12''' '[[इसरो]]' (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) द्वारा निर्मित नवीनतम संचार उपग्रह है। इसका भार उत्थापन समय में लगभग 1410 कि.ग्रा. था।
 
*जीसैट-12 का संरूपण कम प्रत्यावर्तन समय में देश की प्रेषानुकरों की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए 12 विस्तारित सी-बैण्ड प्रेषानुकरों को वहन करने के लिए किया गया है।
*इस उपग्रह के 12 विस्तारित सी-बैण्ड प्रेषानुकर दूरशिक्षा, दूरचिकित्सा, तथा ग्रामीण संसाधन केन्द्र (वीआरसी) जैसी विभिन्न संचार सेवाओं के लिए इन्सैट प्रणाली की क्षमता का संवर्धन करेंगे ।  


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Revision as of 06:22, 30 July 2012

जीसैट-12 'इसरो' (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) द्वारा निर्मित नवीनतम संचार उपग्रह है। इसका भार उत्थापन समय में लगभग 1410 कि.ग्रा. था।

  • जीसैट-12 का संरूपण कम प्रत्यावर्तन समय में देश की प्रेषानुकरों की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए 12 विस्तारित सी-बैण्ड प्रेषानुकरों को वहन करने के लिए किया गया है।
  • इस उपग्रह के 12 विस्तारित सी-बैण्ड प्रेषानुकर दूरशिक्षा, दूरचिकित्सा, तथा ग्रामीण संसाधन केन्द्र (वीआरसी) जैसी विभिन्न संचार सेवाओं के लिए इन्सैट प्रणाली की क्षमता का संवर्धन करेंगे ।
मिशन संचार
भार 1410 कि.ग्रा (उत्थापन के समय भार)

559 कि.ग्रा (शुष्क भार)

पावर 1430 वा. प्रदान करनेवाला सौर व्यूह और एक 64 एएच लीथियम-आयन बैटरी
भौतिक आयाम 1.485 x 1.480 x 1.446 मीटर घनाभ
नोदन मोनो मिथाइल हाइड्राजीन (एमएमएच) का ईधन के रूप में और नाइट्रोजन के मिश्रित आक्साइड्स का आक्सीडाइज़र के रूप में, उपयोग करने वाला 440 न्यूटन द्रव अपभू मोटर (एलएएम) अभिवृत्ति और कक्षा नियंत्रणः भू संवेदक, सूर्य संवेदक, संवेग और प्रतिक्रिया चक्र, चुम्बकीय टार्कित्रों और आठ 10 न्यूटन और आठ 22 न्यूटन के द्विनोदक प्रणोदकों का उपयोग करते हुए कक्षा में स्थिरीकृत 3-अक्षीय पिण्ड।
ऐन्टेना एक 0.7 मी. व्यासवाला पिण्ड पर आरोपित परवलयिक अभिग्राही ऐन्टेना और एक 1.2 मी. व्यासवाला ध्रुवीकरण संवेदनशील प्रस्तरणीय ऐन्टना
प्रमोचन दिनांक जुलाई 15, 2011
प्रमोचन स्थल शार, श्रीहरिकोटा, भारत
प्रमोचन वाहन पीएसएलवी-सी17
कक्षा भू-स्थिर (83 डिग्री देशांतर)
मिशन कालावधि लगभग 8 वर्ष


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