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Revision as of 13:21, 22 November 2016
विमुद्रीकरण एक आर्थिक गतिविधि है जिसके अंतर्गत सरकार पुरानी मुद्रा को समाप्त कर नई मुद्रा को प्रचलित करती है। जब देश में काला धन बढ़ जाता है और अर्थव्यवस्था के लिए ख़तरा बन जाता है तो इसे दूर करने के लिए इस विधि का प्रयोग किया जाता है। भारत की आज़ादी के बाद प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्रित्व काल में जनवरी 1978 में ₹1000, ₹5000 और ₹10000 के नोट को पहली बार विमुद्रीकृत किया गया। 8 नवंबर, 2016 को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ₹500 और ₹1000 के नोटों को उसी रात 12 बजे से बंद किए जाने की घोषणा की। भारत में मुद्रा संबंधी कार्य भारतीय रिज़र्व बैंक संभालती है। भारत सरकार, रिज़र्व बैंक की सलाह पर जारी किये जाने वाले विभिन्न मूल्यवर्ग के बैंकनोटों के संबंध में निर्णय लेती है। ... और पढ़ें
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