पहेली 8 सितम्बर 2017: Difference between revisions

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||[[चित्र:K.Kamaraj.jpg|right|border|100px|के. कामराज]]'के. कामराज' [[दक्षिण भारत]] के राजनेता थे, जो 'नाडर जाति' से उठकर [[मद्रास]], बाद में [[तमिलनाडु]] के [[मुख्यमंत्री]] और [[कांग्रेस]] के अध्यक्ष बने। [[तमिलनाडु]] की राजनीति में बिल्कुल निचले स्तर से [[के. कामराज]] ने अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था। वे साठ के दशक में कांग्रेस संगठन में सुधार के लिए बनायी गई 'कामराज योजना' के कारण विख्यात हुए। के. कामराज ने आज़ादी के बाद जन्मी तमिलनाडु की पीढ़ी के लिए बुनियादी संरचना मज़बूत की। उन्होंने शिक्षा क्षेत्र के लिए कई महत्त्वपूर्ण निर्णय किए। उन्होंने व्यवस्था की कि कोई भी [[गांव]] बिना प्राथमिक स्कूल के न रहे। उन्होंने निरक्षरता हटाने का प्रण किया और कक्षा 11वीं तक नि:शुल्क तथा अनिवार्य शिक्षा लागू कर दी। वह स्कूलों में ग़रीब बच्चों को 'मध्याह्न भोजन' देने की योजना भी लेकर आए। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[के. कामराज]]
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Latest revision as of 08:19, 22 December 2017

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स्कूलों में ग़रीब बच्चों को 'मध्याह्न भोजन' देने की योजना की शुरुआत किसने की थी?

सी. एन. अन्नादुराई
एम. जी. रामचन्द्रन
के. कामराज
जयललिता



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