प्रयोग:कविता सा.-1: Difference between revisions
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||इकेबाना, पुष्प संयोजन की जापानी कला है। इकेबाना प्रसिद्ध खूबसूरती की भावनाओं पर असर डालती है। | ||इकेबाना, पुष्प संयोजन की जापानी कला है। इकेबाना प्रसिद्ध खूबसूरती की भावनाओं पर असर डालती है। | ||
{भारत में पहली विज्ञापन एजेंसी खुली थी- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-192,प्रश्न-59 | {[[भारत]] में पहली विज्ञापन एजेंसी खुली थी- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-192,प्रश्न-59 | ||
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-दिल्ली | -[[दिल्ली]] | ||
-मुंबई | -[[मुंबई]] | ||
- | -[[अहमदाबाद]] | ||
+कलकत्ता | +[[कलकत्ता]] | ||
||भारत में पहली विज्ञापन एजेंसी कलकत्ता में खुली थी। यह विज्ञापक एजेंसी वर्ष 1780 में आयरिश जेम्स आगस्ट हेकीज द्वारा स्थापित समाचार-पत्र 'बंगाल गजट' से प्रारंभ हुई थी। | ||[[भारत]] में पहली विज्ञापन एजेंसी [[कलकत्ता]] में खुली थी। यह विज्ञापक एजेंसी वर्ष 1780 में आयरिश जेम्स आगस्ट हेकीज द्वारा स्थापित समाचार-पत्र '[[बंगाल गजट]]' से प्रारंभ हुई थी। | ||
{जैन चित्रकला भारत के किस क्षेत्र की है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-45,प्रश्न-32 | {[[जैन चित्रकला]] [[भारत]] के किस क्षेत्र की है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-45,प्रश्न-32 | ||
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-उत्तर | -[[उत्तर]] | ||
-पूर्व | -पूर्व | ||
+पश्चिम | +पश्चिम | ||
-मध्य | -मध्य | ||
{चित्रकला की अपभ्रंश शैली को किस शासकों ने संरक्षण प्रदान किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-51,प्रश्न-29 | {[[चित्रकला]] की अपभ्रंश शैली को किस शासकों ने संरक्षण प्रदान किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-51,प्रश्न-29 | ||
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-विजयनगर और बीजापुर के शासकों ने | -विजयनगर और बीजापुर के शासकों ने | ||
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-राष्ट्रकूट वंशीय शासकों ने | -राष्ट्रकूट वंशीय शासकों ने | ||
+इनमें से कोई नहीं | +इनमें से कोई नहीं | ||
||चित्रकला की उपभ्रंश शैली का ही विकसित रूप मेवाड़ चित्रकला शैली है। इसे मेवाड़ के शासकों ने संरक्षण प्रदान किया। मेवाड़ शैली के आरंभिक चित्र उपभ्रंश शैली में निर्मित जैन ग्रंथ 'सुपार्श्वनाथचरितम्' में प्राप्त होते है। | ||[[चित्रकला]] की उपभ्रंश शैली का ही विकसित रूप [[मेवाड़ चित्रकला]] शैली है। इसे मेवाड़ के शासकों ने संरक्षण प्रदान किया। मेवाड़ शैली के आरंभिक चित्र उपभ्रंश शैली में निर्मित जैन ग्रंथ 'सुपार्श्वनाथचरितम्' में प्राप्त होते है। | ||
{जहांगीर के दरबार के पक्षियों का सबसे अच्छा चित्रकार कौन था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-61,प्रश्न-38 | {[[जहांगीर]] के दरबार के पक्षियों का सबसे अच्छा [[चित्रकार]] कौन था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-61,प्रश्न-38 | ||
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-दसवंत | -[[दसवंत]] | ||
-गोवर्धन | -गोवर्धन | ||
-अबुल फजल | -अबुल फजल | ||
+मंसूर | +मंसूर | ||
{शाहजहां की चित्रशाला का विशिष्ट हिंदू चित्रकार था- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-69,प्रश्न-86 | {[[शाहजहां]] की चित्रशाला का विशिष्ट हिंदू [[चित्रकार]] था- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-69,प्रश्न-86 | ||
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-खेमकरण | -खेमकरण | ||
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+होनहार | +होनहार | ||
-महेश | -महेश | ||
||शाहजहां की चित्रशाला का विशिष्ट हिंदू चित्रकार होनहार था। शाहजहां की चित्रशाला के अन्य प्रमुख हिंदू चित्रकार गोवर्धन, बालचंद्र अनूप, चतुर, विचित्र, चिंतारमण थे। | ||[[शाहजहां]] की चित्रशाला का विशिष्ट हिंदू [[चित्रकार]] होनहार था। शाहजहां की चित्रशाला के अन्य प्रमुख हिंदू चित्रकार गोवर्धन, बालचंद्र अनूप, चतुर, विचित्र, चिंतारमण थे। | ||
{हरिपुरा कांग्रेस के पोस्टर किसने चित्रित किए? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-81,प्रश्न-34 | {हरिपुरा कांग्रेस के पोस्टर किसने चित्रित किए? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-81,प्रश्न-34 | ||
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+नंदलाल बोस | +[[नंदलाल बोस]] | ||
-जामिनी राय | -[[जामिनी राय]] | ||
-ए.के. हल्दर | -ए.के. हल्दर | ||
-के.के. हेब्बर | -के.के. हेब्बर | ||
{नोबेल पुरस्कार किसे दिया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-85,प्रश्न-66 | {[[नोबेल पुरस्कार]] किसे दिया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-85,प्रश्न-66 | ||
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+रबीन्द्रनाथ टैगोर | +[[रबीन्द्रनाथ टैगोर]] | ||
-जवाहरलाल नेहरू | -[[जवाहरलाल नेहरू]] | ||
-वी. शांताराम | -[[वी. शांताराम]] | ||
-बाल गंगाधर तिलक | -[[बाल गंगाधर तिलक]] | ||
{ब्रिटिश दृश्य-चित्रकार का नाम बताइए- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-118,प्रश्न-18 | {ब्रिटिश दृश्य-चित्रकार का नाम बताइए- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-118,प्रश्न-18 | ||
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{पॉप आर्ट की शुरुआत किस देश से हुई थी? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-147,प्रश्न-69 | {पॉप आर्ट की शुरुआत किस देश से हुई थी? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-147,प्रश्न-69 | ||
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+इंग्लैंड | +[[इंग्लैंड]] | ||
-जर्मनी | -[[जर्मनी]] | ||
-अमेरिका | -[[अमेरिका]] | ||
-डेनमार्क | -डेनमार्क | ||
{गौतम बुद्ध की जन्म स्थली कौन है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-226,प्रश्न-309 | |||
|type="()"} | |||
-बोध गया | |||
-वैशली | |||
+लुंबनी | |||
-सारनाथ | |||
||[[गौतम बुद्ध]] की जन्म स्थली लुंबनी है। लुंबनी दक्षिण नेपाल के तराई मैदान में स्थित है। गौतम बुद्ध का जन्म 563 ई.पू. में हुआ था। | |||
{अजंता के चित्र निर्मित हैं- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-29,प्रश्न-4 | |||
|type="()"} | |||
-कांच पर | |||
-जमीन पर | |||
-कैनवास पर | |||
+भित्ति पर | |||
{एन.एस. बेंद्रे किस कला स्कूल से संबंधित थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-94,प्रश्न-4 | |||
|type="()"} | |||
-लखनऊ स्कूल | |||
+जे.जे. स्कूल | |||
-मद्रास स्कूल | |||
-दिल्ली स्कूल | |||
||एन.एस. बेन्द्रो ने जे.जे. स्कूल बंबई में शिक्षा ग्रहण की थी। बेंद्रे बड़ौता विश्वविद्यालय में चित्रकला के प्रोफेसर भी थे। वर्ष 1992 में इनकी मृत्यु हो गई। | |||
{'अद्भुत रस' का कौन-सा रंग है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-156,प्रश्न-17 | |||
|type="()"} | |||
-लाल | |||
-नीला | |||
-सफेद | |||
+पीला | |||
{भारत के एकमात्र कलाकार जिनके चित्र पिकासो के साथ प्रदर्शित हुए थे- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-100,प्रश्न-19 | |||
|type="()"} | |||
-राम कुमार | |||
-के.के. हेब्बर | |||
+मकबूल फिदा हुसैन | |||
-आरा | |||
||मकबूल फिदा हुसैन के [[महाभारत]] शृंखला के कुछ चित्र वर्ष 1971 में ब्राजील में पाब्लो पिकासो के चित्रों के साथ प्रदर्शित हुए थे। मकबूल फिदा हुसैन को 'भारत का पिकासो' माना जाता है। | |||
{'राग दीपक' चित्र किस शैली का है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-53,प्रश्न-8 | |||
|type="()"} | |||
-[[मेवाड़ की चित्रकला|मेवाड़ शैली]] | |||
-बसौली शैली | |||
-किशनगढ़ शैली | |||
+[[बूंदी चित्रकला|बूंदी शैली]] | |||
||'राग दीपक' चित्र शैली का संबंध बूंदी शैली से है। राग दीपक वाले चित्र में पुरुषों का पहनावा सपाट पतली पगड़ी, चक्करदार, चार नोंक का जामा और कमर में संकरा पटका है। राग दीपक का चित्र भारत कला भवन, वाराणसी में सुरक्षित है। | |||
{'वॉश चित्रण' पद्धति का जन्मदाता कौन है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-80,प्रश्न-18 | |||
|type="()"} | |||
-नंदलाल बोस | |||
-क्षितीन्द्रनाथ मजूमदार | |||
+अबनीन्द्रनाथ टैगोर | |||
-रबीन्द्रनाथ टैगोर | |||
||वॉश पेंटिंश (जलरंग तकनीक) का प्रारंभ शांति निकेतन कला महाविद्यालय, कोलकाता (कलकत्ता) से हुआ। | |||
{'पीटा' नामक प्रतिमा के मूर्तिकार कौन हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-107,प्रश्न-24 | |||
|type="()"} | |||
-फीडिनाज | |||
+माइकेल एंजिलो | |||
-ड्यूरर | |||
-मायरॉन | |||
||माइकेल एंजिलो ने 'आदम की उत्पत्ति' नामक चित्र बनाया था। | |||
{प्रारंभिक पुनर्जागरण काल का सर्वाधिक प्रसिद्ध चित्रकार था- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-110,प्रश्न-58 | |||
|type="()"} | |||
+मैसेचियो | |||
-फिलिप्पो लिप्पी | |||
-पाओलो उचेल्लो | |||
-आंद्रे देल कास्तेग्नो | |||
||मैसेचियो प्रारंभिक पुनर्जागरण काल का सर्वाधिक प्रसिद्ध चित्रकार था। जिसे प्रारंभिक पुनर्जागरण काल का अगुआ माना जाता है। इसने कम समय में ही अद्वितीय स्थान प्राप्त किया था। इसे 'क्वाट्रोसेन्टो' कहा जाता है। | |||
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Revision as of 12:28, 28 December 2017
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