अतिपांडुकंबला: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) (''''अतिपांडुकंबला''' सिद्ध शिला के दक्षिण के सिंहासन क...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
'''अतिपांडुकंबला''' सिद्ध शिला के दक्षिण के सिंहासन का नाम है। इस पर जैन [[तीर्थंकर]] बैठते हैं। [[जैन धर्म]] में प्रचलित इस शब्द का प्रयोग [[हिन्दी साहित्य]] में किया गया है। | '''अतिपांडुकंबला''' सिद्ध शिला के [[दक्षिण दिशा|दक्षिण]] के सिंहासन का नाम है। इस पर जैन [[तीर्थंकर]] बैठते हैं। [[जैन धर्म]] में प्रचलित इस शब्द का प्रयोग [[हिन्दी साहित्य]] में किया गया है। | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== |
Latest revision as of 13:40, 12 April 2018
अतिपांडुकंबला सिद्ध शिला के दक्षिण के सिंहासन का नाम है। इस पर जैन तीर्थंकर बैठते हैं। जैन धर्म में प्रचलित इस शब्द का प्रयोग हिन्दी साहित्य में किया गया है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- पुस्तक- पौराणिक कोश |लेखक- राणा प्रसाद शर्मा | पृष्ठ संख्या- 561
संबंधित लेख
जैन धर्म शब्दावली |
---|
त्रिरत्न • तड़ितकुमार • ढुढ़िया • चक्रेश्वरी • चन्द्रप्रभ • चंडकौशिक • गोपालदारक • गुण व्रत • गवालीक • खरतरगच्छ • कृष्ण (जैन) • कुंभ (जैन) • काश्यप (जैन) • कायोत्सर्ग • कंदीत • आदेयकर्म • अस्तेय • असुर कुमार • अविरति • अवसर्पिणी • अवधिदर्शन • अरुणोद (जैन) • अद्धामिश्रित वचन • अतिरिक्तकंबला • अतिपांडुकंबला • अतिथि संविभाग • अच्युत (जैन) • अच्छुप्ता • अचक्षु दर्शनावरणीय • अंतराय |