गोवा पर्यटन: Difference between revisions
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*यह तट राज्य के दक्षिणी सिरे पर स्थित है और यह राजधानी पंजीम से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर है। | *यह तट राज्य के दक्षिणी सिरे पर स्थित है और यह राजधानी पंजीम से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर है। | ||
*सूर्यास्त के तुरंत बाद वेलसाओ तट की सुंदरता पर्यटकों का मनमोह लेती है। | *सूर्यास्त के तुरंत बाद वेलसाओ तट की सुंदरता पर्यटकों का मनमोह लेती है। | ||
==वन्य जीवन अभयारण्य== | |||
====<u>सलीम अली पक्षी अभयारण्य</u>==== | |||
{{मुख्य|सलीम अली पक्षी अभयारण्य गोवा}} | |||
*गोवा में मापुसा और मंडोवी नदियों के मिलने के स्थान पर सलीम अली पक्षी अभयारण्य है। | |||
*भारत में सबसे छोटी पक्षी अभयारण्यों में से इस अभयारण्य का नाम भारत के जाने माने पक्षी विज्ञान डॉ. सलीम अली के नाम पर रखा गया है। | |||
*यह एक दलदली स्थान है जो प्रवासी और स्थानीय चिडियों के लिए आदर्श अधिवास है। | |||
*सलीम अली पक्षी अभयारण्य में पक्षियों की अनेक दुर्लभ प्रजातियाँ है। | |||
*सलीम अली पक्षी अभयारण्य में पक्षी प्रेमी [[अक्टूबर]] से [[मार्च]] माह के दौरान यहाँ पर आकर इस घने जंगल में दुर्लभ प्रजातियों के पक्षियों को देख सकते हैं। | |||
====<u>भगवान महावीर वन्य जीवन अभयारण्य</u>==== | |||
{{मुख्य|भगवान महावीर वन्य जीवन अभयारण्य गोवा}} | |||
*भगवान महावीर वन्य जीवन अभयारण्य गोवा के पूर्वी सिरे पर स्थित है। | |||
*यह अभयारण्य गोवा का सबसे बड़ा वन्य जीवन अभयारण्य है। | |||
*यह अभयारण्य 240 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। | |||
*यह स्थान वन्य जंतुओं की विशिष्ट प्रजातियों के लिए एक आदर्श अधिवास है। जैसे- हिरण और गुवार, मलायन विशाल गिलहरियाँ, कोबरा और अजगर। | |||
*इस स्थान पर पर्यटक स्लॉथ बीयर, उड़ने वाली छिपकली, लैपर्डकैट, हाथियों और बाघों को भी देख सकते हैं, किन्तु इसके लिए आपके पास समय होना चाहिए। | |||
====<u>कोटीगाओ वन्य जीवन अभयारण्य</u>==== | |||
{{मुख्य|कोटीगाओ वन्य जीवन अभयारण्य गोवा}} | |||
*कोटीगाओ वन्य जीवन अभयारण्य लगभग 86.65 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। | |||
*इस अभयारण्य में घने पतझड़ी वन हैं और यहाँ पर 30 मीटर नीचे पेड़ भी हैं। | |||
*यह जंगल अन्य वन्य जीवन अभयारण्य की तरह घना नहीं है जितने कि अन्य वन्य जीवन अभयारण्य होते हैं। | |||
*इस स्थान पर पर्यटक जंगली सुअर, लंगूर, हिरण, बायसन, पेंगोलिन और काला चिता देख सकते हैं। | |||
*वन्य जंतुओं को देखने के लिए पर्यटक पानी के स्रोत के पास बने एक स्तंभ पर बैठ सकते हैं। | |||
*इस वन्य जीवन अभयारण्य में बेलाझील और एक प्रकृति व्याख्या केन्द्र भी है जिसके वानस्पतिक और जंतु देखने योग्य हैं। | |||
====<u>बोडला वन्य जीवन अभयारण्य</u>==== | |||
{{मुख्य|बोडला वन्य जीवन अभयारण्य गोवा}} | |||
*बोडला वन्य जीवन अभयारण्य लगभग 8 वर्ग किलोमीटर के हिस्से में फैला है। | |||
*बोडला वन्य जीवन अभयारण्य में चटक हरियाली और सुंदर पहाडियों के निचले हिस्से हैं। | |||
*यह गोवा का सबसे छोटा वन्य जीवन आरक्षित स्थान है। | |||
*यह अभयारण्य सांभर, हिरण, गौर (भारतीय भैंसा), काले मुँह वाले लंगूर, भेड़िए और जंगली सुअर के अलावा अनेक जंतुओं का घर है। | |||
*इस स्थान पर कभी-कभी [[हाथी]] भी दिखाई देते हैं। | |||
*बोडला वन्य जीवन अभयारण्य कई प्रकार के हिरणों का भी आश्रय स्थल है। | |||
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Revision as of 12:10, 18 December 2010
गोवा को 'पर्यटकों का स्वर्ग' कहते हैं। गोवा राज्य, भारत के पश्चिमी तट पर स्थित है और इस तटीय पट्टी को कोंकण कहते हैं। गोवा की मनमोहक सुंदरता और गोवा के मंदिरों, गिरजाघरों और पुराने निवास स्थानों की वास्तुकलात्मक भव्यता गोवा को दुनिया भर से आने वाले पर्यटकों का एक आकर्षण केन्द्र बनाती है। गोवा की प्राकृतिक सुंदरता के अलावा यहाँ के प्रसिद्ध तट और सूर्य की धूप पर्यटकों को गोवा की ओर खींचती है जो यहाँ के शांति प्रिय, अतिथि सत्कार करने वाले और दोस्ताना व्यवहार रखने वाले लोगों के कारण अधिक आकर्षक है। गोवा में वे सब बातें हैं जो पृथ्वी के अन्य किसी स्थान पर नहीं है, गोवा एक ऐसा स्थान है जहाँ आकर लोग वास्तव में मन को शांत कर सकते हैं।
समुद्र तट
गोवा भारत का एक ऐसा राज्य है जहाँ अनगिनत 'समुद्र तट' हैं, जहाँ का स्वच्छंद व उन्मुक्त जीवन जीने का तरीका पर्यटकों को गोवा की ओर खींच लाता है। गोवा में इतने अधिक समुद्र तट हैं कि पर्यटकों को गोवा के सभी तटों को देखने में एक महीने से भी अधिक वक्त लग जाएगा। गोआ के इन समुद्र तटों पर आप समुद्र की लहरों पर वाटर सर्फिंग, पैरासेलिंग, वाटर स्किइंग, स्कूबा डाइविंग, वाटर स्कूटर आदि का लुत्फ उठा सकते हैं।
अगोंडा तट
- अगोंडा तट एक छोटा, मनोहारी और अलग पड़ा तट है।
- अगोंडा तट मार्गगाँव के कस्बे से 37 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- अगोंडा तट सुनहरी रेत वाला तट है, जो 3 किलोमीटर लंबा है और अगोंडा तट अकेले में आनंद उठाने वाले लोगों के लिए स्वर्ग है।
- इस तट पर लगभग हर समय वीरानी छायी रहती है।
- अगोंडा तट पर आकर पर्यटक पूरी तरह से शांति का अनुभव कर सकते हैं।
- यह तट सभी आयु के पर्यटकों को आकर्षित करता है।
अरामबोल तट
- अरामबोल तट पणजी से 50 किलोमीटर की दूरी पर है।
- यह तट उत्तरी गोवा का एक अनोखा तट है।
- अरामबोल तट पथरीला और रेत से भरा हुआ है।
- अरामबोल तट के ठीक किनारे मीठे पानी का एक तालाब है।
- इस तट पर पर्याप्त रूप से घूमने का स्थान है।
- यहाँ चलने योग्य दूरी पर अनेक आकर्षक खाइयाँ हैं।
- अरामबोल तट उन व्यक्तियों के लिए अत्यंत सुखदायी है जो शांति और प्रकृति का आनंद लेना चाहते हैं।
अंजुना तट
- अंजुना तट पणजी से 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- यह तट चपोरा क़िले के पास एक लोकप्रिय तट है।
- युवा पीढ़ी के बीच अंजुना तट अधिक लोकप्रिय माना जाता है।
- अंजुना तट के पास 1920 में निर्मित अल्बुकर्क का महल है जो 8 स्तंभों से घिरा हुआ है।
- इस तट पर आकर्षक मेंगलोर टाइल वाली छत है।
- इसे दुनिया की गोआनी राजधानी भी कहते हैं।
बागा तट
- बागा तट एक छोटा किन्तु कोलवा और कालांगुट के बीच स्थित एक शानदार तट है।
- इस तट को मछली पकड़ने, धूप में लेटने और पैडल बोट के लिए आदर्श तट माना जाता है।
- बागा तट अपनी भूरी रेत और पाम के पेड़ों से पर्यटकों को आकर्षित करता है जो पानी के किनारे काफ़ी नजदीक आ जाते हैं।
- इस तट के एक ओर बागा नदी है जो बच्चों तथा जल प्रेमियों के लिए एक सुंदर स्थान है।
- बागा तट पर नदी और समुद्र के मिलने के स्थान पर काली चट्टाने हैं जो समुद्र के टकराने से सुंदर फुहारे पैदा करती हैं।
बेनाउलिम तट
- बेनाउलिम तट कोलवा तट के सिरे पर स्थित एक मनमोहक और शांत तट है।
- इसे तट को अभी तक घरेलू पर्यटकों ने उतना अधिक देखा नहीं है।
- यह तट मछली पकड़ने का तट है।
- इस तट पर शाम के समय अधिक लोग आते हैं और सप्ताह के अंत में यहाँ लोगों की अधिक भीड़ जमा होती है।
- सेंट जोन बेप्टिस का गिरजाघर गाँव के बाहर एक पहाड़ी पर स्थित है और इस जगह पर जाना एक अच्छा अनुभव है। बारिश के आते ही सेंट जोन बेप्टिस (साओ जोआउ) का त्यौहार इस तट पर ही मनाया जाता है
बोगमोलो तट
- बोगमोलो तट को पवित्रता ओर वाणिज्यीकता का एक मिश्रण कहा जा सकता है।
- यह सुंदर दृश्यों से भरपूर एक तट है जहाँ पर आप अपने आप को मुक्त होने से नहीं रोक सकते।
- यह तट एक साफ सुथरा तट है।
- यह तट अंजुना तट के समान भीड़-भाड़ से दूर एक शांत तट है।
- इस तट पर तैराकी के लिए सुरक्षित स्थान है।
- बोगमोलो तट पर आप खानपान के अनेक व्यंजनों का मजा ले सकते हैं। यहाँ स्वादिष्ट गोआनी पकवान मिलते हैं।
- गोवा में आप पार्टी करना चाहते हैं तो बोगमोलो तट इसके लिए एक आदर्श स्थान है।
कालांगुट तट
- कालांगुट तट को तटों की रानी कहा जाता है।
- इस तट पर पर्यटकों के लिए रहने के लिए अनेक रिजॉर्ट तथा कॉटेज हैं।
- यह तट पणजी शहर से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो गोवा की राजधानी है।
- कालांगुट तट उत्तरी गोवा के अरब सागर के तट पर है।
- कालांगुट तट का नाम स्थानीय भाषा में कोलीगुट्टी शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है मछवारों की भूमि।
केवेलोसिम तट
- केवेलोसिम तट नर्म सफेद रेत के लिए प्रसिद्ध है।
- यहाँ पर काली लावा पहाडियाँ होती हैं।
- केवेलोसिम तट गोवा के अन्य प्रसिद्ध तटों की तुलना में साफ और शांत तट है। यहाँ अनेक ऐसे तट हैं जहां अनेक प्रकार के गोआनी पकवान और समुद्री खाद्य पदार्थ उचित दर पर मिलते हैं। इसके अतिरिक्त बेटी प्लेस और डॉलफिन को देखने के लिए यहां नाव से घूमा जा सकता है।
चपोरा तट
- चपोरा तट गोवा का एक मनमोहक भाग है।
- चपोरा तट को नर्म सफेद रेत, काली मेग्मा चट्टानें और नारियल तथा पाम के पेड़ एक हरा भरा परिदृश्य प्रदान करते हैं जो दुनिया भर के यात्रियों को तट पर आकर्षित करता है।
- इस स्थान पर प्रकृति का अपना संगीत सुनाई देता है।
- यहाँ के चमकदार हरे रंग से समुद्र इस तट को एक सर्वाधिक पसंद किए जाने वाले यात्री गंतव्य का दर्जा देते हैं।
कैंडोलिम तट
- गोवा का केंडोलिम तट ऐसा तट है जहाँ पर्यटक अगोंडा तट की भीड़ भाड़ से दूर कुछ शांति के पल बिता सकते हैं।
- इस स्थान पर बेशक सुविधाएँ अधिक नहीं है।
- यहाँ पर छोटी-छोटी झोंपडियों में रेत से ढके टीलों में सीधे समुद्र से लाए गए स्वादिष्ट और अच्छी गुणवत्ता के पकवान मिलते हैं।
- दूसरे शब्दों में यह स्थान आराम करने और जीवन में नए रंग भरने के लिए एक आदर्श स्थान है।
कोल्वा तट
- कोल्वा तट पणजी से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- कोल्वा तट उन लोगों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त स्थान है जो शहरी जीवन से थक चुके हैं और एक शांत अवकाश का आनंद उठाना चाहते हैं। जो उनकी आत्मा और मन को सुकून दे सके।
- यह तट बेनाउलिम तट से 2 किलोमीटर की दूरी पर है।
- जिस स्थान पर पर्यटक कुछ शांत पल बिताने के लिए जाते हैं।
- कोल्वा तट लगभग 20 किलोमीटर की लंबाई तक फैला हुआ है।
- यह गोवा का सबसे लंबा तट है।
डोना पॉला तट
- डोना पॉला तट गोवा का एक ऐसा तट है जहाँ गोवा की प्रसिद्ध नदियाँ अरब सागर से मिलती हैं।
- डोना पॉला नामक यह स्थान पंजीम से 7 किलोमीटर की दूरी पर मार मागाओ हारबर से बेहतद सुंदर दिखाई देता है, जो जुआरी और मंडोवी के मुहाने को बाँटने वाले पथरीले, हथौड़ी के आकार के पेनिनसुला के दक्षिण में है।
- यह तट पाम के पेड़ों और केसुरी की गुफ़ाओं से घिरा हुआ है।
- यह सूर्य स्नान तथा आराम पाने का एक आदर्श स्थान है।
मीरामर तट
- मीरामर तट सुनहरी रेत वाला तट है।
- इस जगह पर लगे पाम के पेड़ अरब सागर की ओर झुकते हैं तथा यह तट पणजी का सबसे नजदीकी तट है।
- मीरामर तट गोवा के सबसे अधिक लोकप्रिय तटों में से एक है।
- पणजी से सूर्यास्त को देखने के लिए यह तट सबसे अधिक उपयुक्त स्थान है।
- यह तट दयानंद बंदोदकर मार्ग पर नदी के सामने वाले मार्ग से केवल 15 मिनट पैदल चलने की दूरी पर स्थित है।
- यह तट एक शहरी तट है जहाँ मंडोवी नदी अरब सागर से मिलती है।
- यह तट तैरने के लिए सुरक्षित नहीं है क्योंकि यहाँ पर तेज समुद्री धाराएँ बहती हैं।
मोजोर्डा तट
- माजोर्डा तट बोगमोला के दक्षिणी भाग में स्थित तट है जो गोवा के शानदार तटों में से एक है।
- गोवा का माजोर्डा तट मारगाँव से जुड़ा है।
- जिस जगह पर बस, ऑटो रिक्शा, रिक्शा और टेक्सी सहित अच्छे सड़क मार्ग हैं।
पोलोलेम तट
- पोलोलेम तट मारमा गोवा से 37 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- इसको स्वर्ग के समान तट कहा जाता है और यह लगभग 1 मील लंबा तट है।
- इस स्थान पर अर्ध चंद्र के आकार में सफ़ेद रेत फैली हुई है।
- नारियल पाम के पेड़ों से घिरा हुआ यह तट दोनों सिरों पर अपेक्षाकृत एक अलग तट है।
- पोलोलेम तट के उत्तरी सिरे पर मीठे पानी की एक छोटी धारा यहाँ की सुंदरता को बढ़ा देती है।
वागाटोर तट
- वागाटोर तट एक ऐसा तट है जो सफ़ेद रेत, काली लावा चट्टानों, नारियल पाम के पेड़ों और हरी भरी दृश्यावली से घिरा हुआ है।
- इस स्थान पर अपनी ही एक धुन सुनाई देती है।
- यहाँ का समुद्र नीले से हरे रंग का दिखाई देता है।
- तट की मनमोहक सुंदरता आने वालों को बांध लेती है।
- वास्तव में वागाटोर तट एक ऐसा स्थान है जहाँ मछली पकड़ने की छोटी नावों में पर्यटक रोमांचक अनुभव कर सकते हैं।
वरका तट
- वरका तट पर नर्म सफ़ेद रेत और धब्बेदार काली लावा चट्टानें कुछ स्थानों पर दिखाई देती हैं।
- गोवा के अन्य प्रसिद्ध तटों की तुलना में यह तट साफ और शांत तट है।
- यह तट बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है।
- यदि आप बेनाउलिम में ठहरे हैं तो निश्चित रूप से आपको वरका आना चाहिए।
- यहाँ झूमते नारियल पाम के पेड़, खड़ी पहाडियाँ इस तट को मनोहारी बनाती हैं।
वेलसाओ तट
- वेलसाओ तट दक्षिणी गोवा तट के साथ बोगमालो तट के दक्षिण तथा माजोर्डा तट के उत्तर में और कोल्वा तट के पास स्थित एक लंबा तट है।
- यह तट हर वर्ष पर्यटकों के बीच लोकप्रिय होता जा रहा है।
- यह तट राज्य के दक्षिणी सिरे पर स्थित है और यह राजधानी पंजीम से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर है।
- सूर्यास्त के तुरंत बाद वेलसाओ तट की सुंदरता पर्यटकों का मनमोह लेती है।
वन्य जीवन अभयारण्य
सलीम अली पक्षी अभयारण्य
- गोवा में मापुसा और मंडोवी नदियों के मिलने के स्थान पर सलीम अली पक्षी अभयारण्य है।
- भारत में सबसे छोटी पक्षी अभयारण्यों में से इस अभयारण्य का नाम भारत के जाने माने पक्षी विज्ञान डॉ. सलीम अली के नाम पर रखा गया है।
- यह एक दलदली स्थान है जो प्रवासी और स्थानीय चिडियों के लिए आदर्श अधिवास है।
- सलीम अली पक्षी अभयारण्य में पक्षियों की अनेक दुर्लभ प्रजातियाँ है।
- सलीम अली पक्षी अभयारण्य में पक्षी प्रेमी अक्टूबर से मार्च माह के दौरान यहाँ पर आकर इस घने जंगल में दुर्लभ प्रजातियों के पक्षियों को देख सकते हैं।
भगवान महावीर वन्य जीवन अभयारण्य
- भगवान महावीर वन्य जीवन अभयारण्य गोवा के पूर्वी सिरे पर स्थित है।
- यह अभयारण्य गोवा का सबसे बड़ा वन्य जीवन अभयारण्य है।
- यह अभयारण्य 240 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
- यह स्थान वन्य जंतुओं की विशिष्ट प्रजातियों के लिए एक आदर्श अधिवास है। जैसे- हिरण और गुवार, मलायन विशाल गिलहरियाँ, कोबरा और अजगर।
- इस स्थान पर पर्यटक स्लॉथ बीयर, उड़ने वाली छिपकली, लैपर्डकैट, हाथियों और बाघों को भी देख सकते हैं, किन्तु इसके लिए आपके पास समय होना चाहिए।
कोटीगाओ वन्य जीवन अभयारण्य
- कोटीगाओ वन्य जीवन अभयारण्य लगभग 86.65 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
- इस अभयारण्य में घने पतझड़ी वन हैं और यहाँ पर 30 मीटर नीचे पेड़ भी हैं।
- यह जंगल अन्य वन्य जीवन अभयारण्य की तरह घना नहीं है जितने कि अन्य वन्य जीवन अभयारण्य होते हैं।
- इस स्थान पर पर्यटक जंगली सुअर, लंगूर, हिरण, बायसन, पेंगोलिन और काला चिता देख सकते हैं।
- वन्य जंतुओं को देखने के लिए पर्यटक पानी के स्रोत के पास बने एक स्तंभ पर बैठ सकते हैं।
- इस वन्य जीवन अभयारण्य में बेलाझील और एक प्रकृति व्याख्या केन्द्र भी है जिसके वानस्पतिक और जंतु देखने योग्य हैं।
बोडला वन्य जीवन अभयारण्य
- बोडला वन्य जीवन अभयारण्य लगभग 8 वर्ग किलोमीटर के हिस्से में फैला है।
- बोडला वन्य जीवन अभयारण्य में चटक हरियाली और सुंदर पहाडियों के निचले हिस्से हैं।
- यह गोवा का सबसे छोटा वन्य जीवन आरक्षित स्थान है।
- यह अभयारण्य सांभर, हिरण, गौर (भारतीय भैंसा), काले मुँह वाले लंगूर, भेड़िए और जंगली सुअर के अलावा अनेक जंतुओं का घर है।
- इस स्थान पर कभी-कभी हाथी भी दिखाई देते हैं।
- बोडला वन्य जीवन अभयारण्य कई प्रकार के हिरणों का भी आश्रय स्थल है।
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