दलमा वन्य अभ्यारण्य जमशेदपुर: Difference between revisions
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*3000 फीट की ऊँचाई पर स्थित तथा 193 वर्ग किमी. में फैले इस अभ्यारण्य का उदघाटन स्वर्गीय [[संजय गाँधी]] ने किया था। | *3000 फीट की ऊँचाई पर स्थित तथा 193 वर्ग किमी. में फैले इस अभ्यारण्य का उदघाटन स्वर्गीय [[संजय गाँधी]] ने किया था। | ||
*यहाँ पर जंगली जानवरों को नज़दीक से देखने के लिए अनेक जगह विशेष | *यहाँ पर जंगली जानवरों को नज़दीक से देखने के लिए अनेक जगह विशेष रूप से बनाए गए है जहाँ से पर्यटक आसानी से जंगली जानवर जैसे हाथी, हिरण, तेदुंआ, बाघ आदि को देख सकते है। | ||
*रात को यहाँ से टाटानगरी का नजारा बिल्कुल आकाश में टिमटिमाते तारें के समान प्रतीत होता है। | *रात को यहाँ से टाटानगरी का नजारा बिल्कुल आकाश में टिमटिमाते तारें के समान प्रतीत होता है। | ||
*यहाँ पर पर्यटकों के ठहरने के लिए टाटास्टील तथा वन विभाग द्वारा गेस्ट हाउस का भी निर्माण किया गया है। | *यहाँ पर पर्यटकों के ठहरने के लिए टाटास्टील तथा वन विभाग द्वारा गेस्ट हाउस का भी निर्माण किया गया है। |
Revision as of 11:32, 11 January 2011
- झारखंड के शहर जमशेदपुर में कई पर्यटन स्थल है जिनमें से ये एक है।
- 3000 फीट की ऊँचाई पर स्थित तथा 193 वर्ग किमी. में फैले इस अभ्यारण्य का उदघाटन स्वर्गीय संजय गाँधी ने किया था।
- यहाँ पर जंगली जानवरों को नज़दीक से देखने के लिए अनेक जगह विशेष रूप से बनाए गए है जहाँ से पर्यटक आसानी से जंगली जानवर जैसे हाथी, हिरण, तेदुंआ, बाघ आदि को देख सकते है।
- रात को यहाँ से टाटानगरी का नजारा बिल्कुल आकाश में टिमटिमाते तारें के समान प्रतीत होता है।
- यहाँ पर पर्यटकों के ठहरने के लिए टाटास्टील तथा वन विभाग द्वारा गेस्ट हाउस का भी निर्माण किया गया है।
- यहाँ पर एक भगवान शिव का एक मंदिर भी है।
- शिवरात्रि के दिन इसे भव्य तरीके से सजा कर यहाँ पर पूजा अर्चना की जाती है।
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