कौलवी: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Adding category Category:राजस्थान (को हटा दिया गया हैं।))
m (Adding category Category:राजस्थान के ऐतिहासिक स्थान (को हटा दिया गया हैं।))
Line 29: Line 29:
[[Category:नया पन्ना]]
[[Category:नया पन्ना]]
[[Category:राजस्थान]]
[[Category:राजस्थान]]
[[Category:राजस्थान के ऐतिहासिक स्थान]]
__INDEX__
__INDEX__

Revision as of 08:16, 10 April 2011

  • कौलवी राजस्थान के झालावाड़ ज़िले के निकट एक ग्राम के रूप में विद्यमान है,जो बौद्ध विहार के लिए प्रसिद्ध है।
  • इन विहारों के निर्माण काल के बारे में मतैक्य नहीं है।
  • सम्भवतः इनका निर्माण काल विक्रम सम्वत 500 से 700 के मध्य माना गया है।
  • कौलवी की गुफ़ाएँ पहाड़ी पर स्थित हैं।
  • पहाड़ी पर जाने के लिए चट्टानें काटकर सीढ़ियाँ बनाई गई हैं।
  • यहाँ पर एक दैत्याकार चट्टान को काटकर गुम्बद बनाया गया है, जिसके नीचे तराशी हुई प्रतिमा उत्कीर्ण की गई है।
  • इस प्रतिमा का मस्तक नहीं हैं।
  • पास में चट्टान काटकर ही दो स्तम्भों पर एक छोटा-सा मण्डप स्थापित किया गया है।
  • द्वार से प्रविष्ट होते समय बायीं ओर लगभग छः फुट लम्बा, चार फुट ऊँचा, ढाई फुट चौड़ा दीवार से सटा हुआ एक चबूतरा बना हुआ है।
  • यहाँ मिले मन्दिर के गर्भगृह में एक पद्मासन प्रतिमा उत्कीर्ण की गई है, जिसके मस्तक के अतिरिक्त मुँह, कान, नाक आदि का पता नहीं लगता।
  • मुद्रा से यह भगवान बुद्ध की प्रतिमा लगती है।
  • एक शिलाखण्ड को गुम्बदाकार मन्दिर की तरह तराशा गया है और उसमें एक बुद्ध प्रतिमा उत्कीर्ण की गई प्रतीत होती है, जो पद्मासीन है और अन्य प्रतिमाओं की भाँति अस्पष्ट है।
  • पास में एक अन्य शिलाखण्ड को काटकर 35-40 स्तम्भ तराशे गये हैं।
  • इस विहार के बारे में अभी यह निश्चित नहीं किया गया है कि इसका निर्माण किस धर्म के लोगों ने किया था।
  • कौलवी स्थान से अब तक प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर इन्हें बौद्ध धर्म की तांत्रिक शाखा द्वारा निर्मित माना गया है।



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ