असितांजन: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "ref>(" to "ref>") |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{पुनरीक्षण}} | {{पुनरीक्षण}} | ||
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=असितांजन |लेख का नाम=असितांजन (बहुविकल्पी)}} | {{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=असितांजन |लेख का नाम=असितांजन (बहुविकल्पी)}} | ||
*असितांजन घटजातक<ref> | *असितांजन घटजातक<ref>कॉवेल सं. 454)</ref> में वर्णित एक नगर जिसकी स्थिति [[उत्तरापथ]] में मानी गई है। | ||
*असितांजन को [[कंस]]<ref> | *असितांजन को [[कंस]]<ref>[[वासुदेव]] [[कृष्ण]] का शत्रु)</ref> की राजधानी माना गया है। | ||
*[[कृष्ण]] ने कंस को मारकर असितांजन पर अधिकार कर लिया था। इसे उत्तर-मधुरा [[मथुरा]] से भिन्न माना गया है। | *[[कृष्ण]] ने कंस को मारकर असितांजन पर अधिकार कर लिया था। इसे उत्तर-मधुरा [[मथुरा]] से भिन्न माना गया है। | ||
*असितांजन नामक नगर का अस्तित्व वास्तविक जान पड़ता है। | *असितांजन नामक नगर का अस्तित्व वास्तविक जान पड़ता है। |
Revision as of 12:07, 27 July 2011
चित्र:Icon-edit.gif | इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
चित्र:Disamb2.jpg असितांजन | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- असितांजन (बहुविकल्पी) |
- असितांजन घटजातक[1] में वर्णित एक नगर जिसकी स्थिति उत्तरापथ में मानी गई है।
- असितांजन को कंस[2] की राजधानी माना गया है।
- कृष्ण ने कंस को मारकर असितांजन पर अधिकार कर लिया था। इसे उत्तर-मधुरा मथुरा से भिन्न माना गया है।
- असितांजन नामक नगर का अस्तित्व वास्तविक जान पड़ता है।