अली मर्दान रुहेला: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==") |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "शुरूआत" to "शुरुआत") |
||
Line 1: | Line 1: | ||
*अली मर्दान रुहेला ने [[अवध]] के पश्चिमोत्तर भाग, [[हिमालय]] की तराई के क्षेत्र में स्थित रुहेलखण्ड में रुहेलों की सत्ता स्थापित की। | *अली मर्दान रुहेला ने [[अवध]] के पश्चिमोत्तर भाग, [[हिमालय]] की तराई के क्षेत्र में स्थित रुहेलखण्ड में रुहेलों की सत्ता स्थापित की। | ||
*1774 ई. में रुहेला युद्ध समाप्त होने पर और उसके नेता हाफ़िज़ रहमत ख़ाँ के मरने पर [[ईस्ट इंडिया कम्पनी]] ने उसके लड़के फ़ैजुल्ला ख़ाँ को रुहेलखण्ड के एक हिस्से का, जिसमें रामपुर भी शामिल था, शासक बना दिया। | *1774 ई. में रुहेला युद्ध समाप्त होने पर और उसके नेता हाफ़िज़ रहमत ख़ाँ के मरने पर [[ईस्ट इंडिया कम्पनी]] ने उसके लड़के फ़ैजुल्ला ख़ाँ को रुहेलखण्ड के एक हिस्से का, जिसमें रामपुर भी शामिल था, शासक बना दिया। | ||
*इस प्रकार रामपुर के नवाबों के परिवार की | *इस प्रकार रामपुर के नवाबों के परिवार की शुरुआत हुई। | ||
Revision as of 10:01, 28 July 2011
- अली मर्दान रुहेला ने अवध के पश्चिमोत्तर भाग, हिमालय की तराई के क्षेत्र में स्थित रुहेलखण्ड में रुहेलों की सत्ता स्थापित की।
- 1774 ई. में रुहेला युद्ध समाप्त होने पर और उसके नेता हाफ़िज़ रहमत ख़ाँ के मरने पर ईस्ट इंडिया कम्पनी ने उसके लड़के फ़ैजुल्ला ख़ाँ को रुहेलखण्ड के एक हिस्से का, जिसमें रामपुर भी शामिल था, शासक बना दिया।
- इस प्रकार रामपुर के नवाबों के परिवार की शुरुआत हुई।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ