डल झील: Difference between revisions
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डल झील में सोतों से तो जल आता है साथ ही कश्मीर घाटी की अनेक झीलें आकर इसमें जुड़ती हैं। झील के चार जलाशय हैं गग़रीबल, लोकुट डल, बोड डल तथा नागिन। इसके अलावा लोकुट डल के मध्य में रूप लंक द्वीप स्थित है तथा बोड डल जलधारा के मध्य में सोना लंक स्थित है जो इस झील की ख़ूबसूरती को ओर अधिक बढ़ाते हैं। वनस्पति डल झील की खूबसूरती को और निखार देती है। कमल के फूल, पानी में बहती कुमुदनी, झील की सुंदरता में चार चाँद लगा देती है। | डल झील में सोतों से तो जल आता है साथ ही कश्मीर घाटी की अनेक झीलें आकर इसमें जुड़ती हैं। झील के चार जलाशय हैं गग़रीबल, लोकुट डल, बोड डल तथा नागिन। इसके अलावा लोकुट डल के मध्य में रूप लंक द्वीप स्थित है तथा बोड डल जलधारा के मध्य में सोना लंक स्थित है जो इस झील की ख़ूबसूरती को ओर अधिक बढ़ाते हैं। वनस्पति डल झील की खूबसूरती को और निखार देती है। कमल के फूल, पानी में बहती कुमुदनी, झील की सुंदरता में चार चाँद लगा देती है। | ||
[[चित्र:Dal-Lake-Srinagar.jpg|thumb|250px|डल झील, [[श्रीनगर]] और हज़रतबल<br />Dal Lake, Srinagar]] | |||
डल झील का प्रमुख आकर्षण केन्द्र तैरते हुए बग़ीचे हैं। पौराणिक मुगल किलों में यहाँ की संस्कृति तथा इतिहास के दर्शन होते हैं। डल झील के पास ही मुगलों के सुंदर एवं प्रसिद्ध पुष्प वाटिका से डल झील की आकृति और उभरकर सामने आती है। कश्मीर के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय झील के तट पर स्थित है। शिकारे के माध्यम से सैलानी नेहरू पार्क, कानुटुर खाना, चारचीनारी, कुछ द्वीप जो यहाँ पर स्थित हैं, उन्हें देख सकते हैं। श्रद्घालुओं के लिए हज़रतबल तीर्थस्थल के दर्शन करे बिना उनकी यात्रा अधूरी रह जाती है। शिकारे के माध्यम से श्रद्धालु इस तीर्थस्थल के दर्शन कर सकते हैं। दुनिया भर में यह झील विशेष रूप से शिकारों या हाऊस बोट के लिए जानी जाती है। डल झील के आस-पास की प्राकृतिक सुंदरता अधिक संख्या में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। | डल झील का प्रमुख आकर्षण केन्द्र तैरते हुए बग़ीचे हैं। पौराणिक मुगल किलों में यहाँ की संस्कृति तथा इतिहास के दर्शन होते हैं। डल झील के पास ही मुगलों के सुंदर एवं प्रसिद्ध पुष्प वाटिका से डल झील की आकृति और उभरकर सामने आती है। कश्मीर के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय झील के तट पर स्थित है। शिकारे के माध्यम से सैलानी नेहरू पार्क, कानुटुर खाना, चारचीनारी, कुछ द्वीप जो यहाँ पर स्थित हैं, उन्हें देख सकते हैं। श्रद्घालुओं के लिए हज़रतबल तीर्थस्थल के दर्शन करे बिना उनकी यात्रा अधूरी रह जाती है। शिकारे के माध्यम से श्रद्धालु इस तीर्थस्थल के दर्शन कर सकते हैं। दुनिया भर में यह झील विशेष रूप से शिकारों या हाऊस बोट के लिए जानी जाती है। डल झील के आस-पास की प्राकृतिक सुंदरता अधिक संख्या में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। | ||
पर्यटक जम्मू-कश्मीर आएँ और डल झील देखने न जाएँ ऐसा हो ही नहीं सकता। सैलानियों के लिए विभिन्न प्रकार के मनोरंजन के साधन यहाँ पर उपलब्ध हैं जैसे कि कायाकिंग (एक प्रकार का नौका विहार), केनोइंग (डोंगी), पानी पर सर्फिंग करना तथा ऐंगलिंग (मछली पकड़ना)। डल झील के मुख्य आकर्षण का केन्द्र है यहाँ के हाउसबोट। सैलानी इन हाउसबोटों में रहकर इस खूबसूरत झील का आनंद उठा सकते हैं। हाउसबोट में रहकर सैलानी इस झील के खूबसूरत वातावरण से भावविभोर हो जाते हैं। कैमरे के माध्यम से पर्यटक यहाँ की खूबसूरती को कैद करना चाहते हैं तो हरियाली के मध्य में निवास स्थान हैं जिनकी विशेषता यह है कि उनके छप्पर नीचे की ओर झुके हुए हैं। क्या आपने कभी जलाशय पर शिकारे से शॉपिंग की है। आप एक शिकारे पर सवार होकर विभिन्न प्रकार की वस्तुएँ खरीद सकते हैं। और दुकानें भी शिकारों पर ही लगी होती हैं। यह मात्र खरीददारी तक ही सीमित नहीं है, परन्तु एक रोमांचित कर देने वाला खेल भी होगा। | पर्यटक जम्मू-कश्मीर आएँ और डल झील देखने न जाएँ ऐसा हो ही नहीं सकता। सैलानियों के लिए विभिन्न प्रकार के मनोरंजन के साधन यहाँ पर उपलब्ध हैं जैसे कि कायाकिंग (एक प्रकार का नौका विहार), केनोइंग (डोंगी), पानी पर सर्फिंग करना तथा ऐंगलिंग (मछली पकड़ना)। डल झील के मुख्य आकर्षण का केन्द्र है यहाँ के हाउसबोट। सैलानी इन हाउसबोटों में रहकर इस खूबसूरत झील का आनंद उठा सकते हैं। हाउसबोट में रहकर सैलानी इस झील के खूबसूरत वातावरण से भावविभोर हो जाते हैं। कैमरे के माध्यम से पर्यटक यहाँ की खूबसूरती को कैद करना चाहते हैं तो हरियाली के मध्य में निवास स्थान हैं जिनकी विशेषता यह है कि उनके छप्पर नीचे की ओर झुके हुए हैं। क्या आपने कभी जलाशय पर शिकारे से शॉपिंग की है। आप एक शिकारे पर सवार होकर विभिन्न प्रकार की वस्तुएँ खरीद सकते हैं। और दुकानें भी शिकारों पर ही लगी होती हैं। यह मात्र खरीददारी तक ही सीमित नहीं है, परन्तु एक रोमांचित कर देने वाला खेल भी होगा। | ||
यदि पर्यटक डल झील पहुँचना चाहते हैं तो श्रीनगर जिले से 25 किमी की दूरी पर बड़गाम जिले में स्थित एयरपोर्ट पर पहुँच सकते हैं। नजदीकी रेल सेवा जम्मू में स्थित है तथा वहाँ का नेशनल हाईवे | यदि पर्यटक डल झील पहुँचना चाहते हैं तो श्रीनगर जिले से 25 किमी की दूरी पर बड़गाम जिले में स्थित एयरपोर्ट पर पहुँच सकते हैं। नजदीकी रेल सेवा जम्मू में स्थित है तथा वहाँ का नेशनल हाईवे एनएच1ए कश्मीर घाटी को देश के अन्य भागों से जोड़ता है। इन पहाड़ी इलाकों पर यात्रा करने के लिए दस से बारह घंटे लगते हैं। इस सफर के दौरान पर्यटक यहाँ के प्रसिद्ध जवाहर टनल को निहार सकते हैं। | ||
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|caption=डल झील का विहंगम दृश्य<br /> Panoramic View of Dal Lake | |||
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Revision as of 20:41, 29 October 2011
[[चित्र:Dal-Lake-Srinagar.jpg|thumb|250px|डल झील, श्रीनगर
Dal Lake, Srinagar]]
डल झील जम्मू और कश्मीर राज्य के श्रीनगर शहर में स्थित 17 किमी क्षेत्र में फैली हुई झील है। तीन दिशाओं से पहाड़ियों से घिरी डल झील जम्मू-कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी झील है। पाँच मील लम्बी और ढाई मील चौड़ी डल झील श्रीनगर की ही नहीं बल्कि पूरे भारत की सबसे ख़ूबसूरत झीलों में से एक है। मुख्य रूप से इस झील में मछली पकड़ने का काम होता है।
डल झील में सोतों से तो जल आता है साथ ही कश्मीर घाटी की अनेक झीलें आकर इसमें जुड़ती हैं। झील के चार जलाशय हैं गग़रीबल, लोकुट डल, बोड डल तथा नागिन। इसके अलावा लोकुट डल के मध्य में रूप लंक द्वीप स्थित है तथा बोड डल जलधारा के मध्य में सोना लंक स्थित है जो इस झील की ख़ूबसूरती को ओर अधिक बढ़ाते हैं। वनस्पति डल झील की खूबसूरती को और निखार देती है। कमल के फूल, पानी में बहती कुमुदनी, झील की सुंदरता में चार चाँद लगा देती है।
[[चित्र:Dal-Lake-Srinagar.jpg|thumb|250px|डल झील, श्रीनगर और हज़रतबल
Dal Lake, Srinagar]]
डल झील का प्रमुख आकर्षण केन्द्र तैरते हुए बग़ीचे हैं। पौराणिक मुगल किलों में यहाँ की संस्कृति तथा इतिहास के दर्शन होते हैं। डल झील के पास ही मुगलों के सुंदर एवं प्रसिद्ध पुष्प वाटिका से डल झील की आकृति और उभरकर सामने आती है। कश्मीर के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय झील के तट पर स्थित है। शिकारे के माध्यम से सैलानी नेहरू पार्क, कानुटुर खाना, चारचीनारी, कुछ द्वीप जो यहाँ पर स्थित हैं, उन्हें देख सकते हैं। श्रद्घालुओं के लिए हज़रतबल तीर्थस्थल के दर्शन करे बिना उनकी यात्रा अधूरी रह जाती है। शिकारे के माध्यम से श्रद्धालु इस तीर्थस्थल के दर्शन कर सकते हैं। दुनिया भर में यह झील विशेष रूप से शिकारों या हाऊस बोट के लिए जानी जाती है। डल झील के आस-पास की प्राकृतिक सुंदरता अधिक संख्या में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
पर्यटक जम्मू-कश्मीर आएँ और डल झील देखने न जाएँ ऐसा हो ही नहीं सकता। सैलानियों के लिए विभिन्न प्रकार के मनोरंजन के साधन यहाँ पर उपलब्ध हैं जैसे कि कायाकिंग (एक प्रकार का नौका विहार), केनोइंग (डोंगी), पानी पर सर्फिंग करना तथा ऐंगलिंग (मछली पकड़ना)। डल झील के मुख्य आकर्षण का केन्द्र है यहाँ के हाउसबोट। सैलानी इन हाउसबोटों में रहकर इस खूबसूरत झील का आनंद उठा सकते हैं। हाउसबोट में रहकर सैलानी इस झील के खूबसूरत वातावरण से भावविभोर हो जाते हैं। कैमरे के माध्यम से पर्यटक यहाँ की खूबसूरती को कैद करना चाहते हैं तो हरियाली के मध्य में निवास स्थान हैं जिनकी विशेषता यह है कि उनके छप्पर नीचे की ओर झुके हुए हैं। क्या आपने कभी जलाशय पर शिकारे से शॉपिंग की है। आप एक शिकारे पर सवार होकर विभिन्न प्रकार की वस्तुएँ खरीद सकते हैं। और दुकानें भी शिकारों पर ही लगी होती हैं। यह मात्र खरीददारी तक ही सीमित नहीं है, परन्तु एक रोमांचित कर देने वाला खेल भी होगा।
यदि पर्यटक डल झील पहुँचना चाहते हैं तो श्रीनगर जिले से 25 किमी की दूरी पर बड़गाम जिले में स्थित एयरपोर्ट पर पहुँच सकते हैं। नजदीकी रेल सेवा जम्मू में स्थित है तथा वहाँ का नेशनल हाईवे एनएच1ए कश्मीर घाटी को देश के अन्य भागों से जोड़ता है। इन पहाड़ी इलाकों पर यात्रा करने के लिए दस से बारह घंटे लगते हैं। इस सफर के दौरान पर्यटक यहाँ के प्रसिद्ध जवाहर टनल को निहार सकते हैं।
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