जम्मू और कश्मीर पर्यटन: Difference between revisions

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[[जम्मू और कश्मीर]] में पर्यटन सुविधाओं में काफ़ी सुधार किए गए हैं, यद्यपि सम्भावनाओं का अभी भी काफ़ी उपयोग करना शेष है। पर्यटन का [[लद्दाख]] पर महत्त्वपूर्ण सामाजिक - आर्थिक प्रभाव पड़ा है। यह [[1970]] तक बाहरी लोगों से सामान्यतः कटा रहा था। ([[1974]] में 500 पर्यटक और [[1992]] में 16,018)
[[जम्मू और कश्मीर]] में पर्यटन सुविधाओं में काफ़ी सुधार किए गए हैं, यद्यपि सम्भावनाओं का अभी भी काफ़ी उपयोग करना शेष है। पर्यटन का [[लद्दाख]] पर महत्त्वपूर्ण सामाजिक - आर्थिक प्रभाव पड़ा है। यह [[1970]] तक बाहरी लोगों से सामान्यतः कटा रहा था।<ref> ([[1974]] में 500 पर्यटक और [[1992]] में 16,018)</ref>


ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के अलावा पर्यटकों के आकर्षण के केन्द्र हैं -
ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के अलावा पर्यटकों के आकर्षण के केन्द्र हैं -
*गुलमर्ग में आइस स्केटिंग केन्द्र, जो बारामूला के दक्षिण में [[पीर पंजाल पर्वतश्रेणी|पीर पंजाल श्रेणी]] में स्थित है और पहलगाम, जो लिद्दर नदी के किनारे स्थित है।  
*[[गुलमर्ग]] में आइस स्केटिंग केन्द्र, जो बारामूला के दक्षिण में [[पीर पंजाल पर्वतश्रेणी|पीर पंजाल श्रेणी]] में स्थित है और पहलगाम, जो लिद्दर नदी के किनारे स्थित है।  
*गंधक के सोते, जो जोड़ों के दर्द और गठिया के रोगों के शीघ्र इलाज के लिए प्रसिद्ध हैं, [[लेह]] के निकट चुमथंग में और नोबरा व पूगा (चागथंग) में स्थित है, पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।  
*गंधक के सोते, जो जोड़ों के दर्द और गठिया के रोगों के शीघ्र इलाज के लिए प्रसिद्ध हैं, [[लेह]] के निकट चुमथंग में और नोबरा व पूगा (चागथंग) में स्थित है, पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।  
*[[कश्मीर की घाटी|कश्‍मीर घाटी]] को पृथ्‍वी का स्‍वर्ग माना जाता है। कश्‍मीर घाटी में चश्‍मेशाही झरना, शालीमार बाग, [[डल झील श्रीनगर|डल झील]], गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग और [[अमरनाथ]] की पर्वत गुफा तथा [[जम्मू]] के निकट वैष्‍णो देवी मंदिर, पटनी टाप और लद्दाख के बौद्ध मठ राज्‍य के प्रमुख पर्यटन केंद्र हैं। [[15 सितंबर]] को लद्दाख महोत्‍सव तथा जून सिंधु दर्शन प्रसिद्ध त्‍योहार हैं।
*[[कश्मीर की घाटी|कश्‍मीर घाटी]] को पृथ्‍वी का स्‍वर्ग माना जाता है। कश्‍मीर घाटी में चश्‍मेशाही झरना, शालीमार बाग, [[डल झील श्रीनगर|डल झील]], गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग और [[अमरनाथ]] की पर्वत गुफा तथा [[जम्मू]] के निकट [[वैष्णो देवी|वैष्णो देवी मंदिर]], पटनी टाप और लद्दाख के बौद्ध मठ राज्‍य के प्रमुख पर्यटन केंद्र हैं। [[15 सितंबर]] को लद्दाख महोत्‍सव तथा जून सिंधु दर्शन प्रसिद्ध त्‍योहार हैं।
 
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[[चित्र:Srinagar-Kashmir.jpg|thumb|250px|हाउसबोट, श्रीनगर
Houseboat, Srinagar]] जम्मू और कश्मीर में पर्यटन सुविधाओं में काफ़ी सुधार किए गए हैं, यद्यपि सम्भावनाओं का अभी भी काफ़ी उपयोग करना शेष है। पर्यटन का लद्दाख पर महत्त्वपूर्ण सामाजिक - आर्थिक प्रभाव पड़ा है। यह 1970 तक बाहरी लोगों से सामान्यतः कटा रहा था।[1]

ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के अलावा पर्यटकों के आकर्षण के केन्द्र हैं -

  • गुलमर्ग में आइस स्केटिंग केन्द्र, जो बारामूला के दक्षिण में पीर पंजाल श्रेणी में स्थित है और पहलगाम, जो लिद्दर नदी के किनारे स्थित है।
  • गंधक के सोते, जो जोड़ों के दर्द और गठिया के रोगों के शीघ्र इलाज के लिए प्रसिद्ध हैं, लेह के निकट चुमथंग में और नोबरा व पूगा (चागथंग) में स्थित है, पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
  • कश्‍मीर घाटी को पृथ्‍वी का स्‍वर्ग माना जाता है। कश्‍मीर घाटी में चश्‍मेशाही झरना, शालीमार बाग, डल झील, गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग और अमरनाथ की पर्वत गुफा तथा जम्मू के निकट वैष्णो देवी मंदिर, पटनी टाप और लद्दाख के बौद्ध मठ राज्‍य के प्रमुख पर्यटन केंद्र हैं। 15 सितंबर को लद्दाख महोत्‍सव तथा जून सिंधु दर्शन प्रसिद्ध त्‍योहार हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. (1974 में 500 पर्यटक और 1992 में 16,018)

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख