शारदा नहर: Difference between revisions
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*शाखा-प्रशाखाओं सहित शारदा नहर की कुल लम्बाई 12,368 किलोमीटर है। | |||
*इस नहर | *नहर की मुख्य शाखाएँ खीरी, शारदा-देवा, [[बीसलपुर]], [[निगोही]], [[सीतापुर]], [[लखनऊ]] और [[हरदोई]] आदि हैं। | ||
*शाखा-प्रशाखाओं सहित | *इस नहर पर 'खातिमा शक्ति केन्द्र' भी स्थापित किया गया है। | ||
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Latest revision as of 13:49, 19 September 2012
शारदा नहर उत्तर प्रदेश राज्य की सर्वाधिक लम्बी नहर है। यह उत्तर प्रदेश और नेपाल सीमा के समीप गोमती नदी के किनारे 'वनबासा' नामक स्थान से निकाली गई है। नहर का निर्माण कार्य 1920 से प्रारम्भ हुआ और 1928 में पूर्ण हुआ था।
- इस नहर द्वारा पीलीभीत, बरेली, शाहजहाँपुर, लखीमपुर, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद आदि ज़िलों की लगभग 8 लाख हैक्टेयर भूमि की सिंचाई होती है।
- शाखा-प्रशाखाओं सहित शारदा नहर की कुल लम्बाई 12,368 किलोमीटर है।
- नहर की मुख्य शाखाएँ खीरी, शारदा-देवा, बीसलपुर, निगोही, सीतापुर, लखनऊ और हरदोई आदि हैं।
- इस नहर पर 'खातिमा शक्ति केन्द्र' भी स्थापित किया गया है।
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