17 जनवरी: Difference between revisions
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* [[२०१०]]- [[भारत]] के सुप्रीम कोर्ट ने गैरकानूनी तरीके से हमला किए जाने की स्थिति में आत्मरक्षा के अधिकार की प्रो-ऐक्टिव परिभाषा देते हुए कहा है कि कानून का पालन करने वाले लोगों को कायर बनकर रहने की जरूरत नहीं है। उसकी दो सदस्यीय खंडपीठ ने आत्मरक्षा के अधिकार की 10 सूत्रीय निर्देश तय करते हुए कहा कि इन परिस्थितियों में किसी व्यक्ति को अपराधी नहीं बनाया जा सकेगा, भले ही उसने हमलावर को जानलेवा क्षति पहुँचायी हो। | |||
==17 जनवरी को जन्मे व्यक्ति== | ==17 जनवरी को जन्मे व्यक्ति== | ||
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==17 जनवरी को हुए निधन== | ==17 जनवरी को हुए निधन== | ||
* [[२०१०]]- [[ज्योति बसु]], [[भारत]] के प्रसिद्ध मार्क्सवादी राजनितिज्ञ | |||
==17 जनवरी के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव== | ==17 जनवरी के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव== |
Revision as of 11:03, 19 June 2010
ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार 17 जनवरी वर्ष का 17 वाँ दिन है। साल मे अभी और 348 दिन शेष हैं। (लीप वर्ष में 349 दिन)
17 जनवरी की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
- २०१०- भारत के सुप्रीम कोर्ट ने गैरकानूनी तरीके से हमला किए जाने की स्थिति में आत्मरक्षा के अधिकार की प्रो-ऐक्टिव परिभाषा देते हुए कहा है कि कानून का पालन करने वाले लोगों को कायर बनकर रहने की जरूरत नहीं है। उसकी दो सदस्यीय खंडपीठ ने आत्मरक्षा के अधिकार की 10 सूत्रीय निर्देश तय करते हुए कहा कि इन परिस्थितियों में किसी व्यक्ति को अपराधी नहीं बनाया जा सकेगा, भले ही उसने हमलावर को जानलेवा क्षति पहुँचायी हो।
17 जनवरी को जन्मे व्यक्ति
1923 रांगेय राघव हिन्दी साहित्यकार
17 जनवरी को हुए निधन
- २०१०- ज्योति बसु, भारत के प्रसिद्ध मार्क्सवादी राजनितिज्ञ
17 जनवरी के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव
बाहरी कड़ियाँ
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