प्यार की कहानी चाहिए -गोपालदास नीरज: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "कफन" to "कफ़न") |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "जिंदगी" to "ज़िंदगी") |
||
Line 31: | Line 31: | ||
{{Poemopen}} | {{Poemopen}} | ||
<poem>आदमी को आदमी बनाने के लिए | <poem>आदमी को आदमी बनाने के लिए | ||
ज़िंदगी में प्यार की कहानी चाहिए | |||
और कहने के लिए कहानी प्यार की | और कहने के लिए कहानी प्यार की | ||
स्याही नहीं, आँखों वाला पानी चाहिए। | स्याही नहीं, आँखों वाला पानी चाहिए। | ||
Line 44: | Line 44: | ||
जेब भी कफ़न में इक लगानी चाहिए। | जेब भी कफ़न में इक लगानी चाहिए। | ||
आदमी को आदमी बनाने के लिए | आदमी को आदमी बनाने के लिए | ||
ज़िंदगी में प्यार की कहानी चाहिए | |||
रागिनी है एक प्यार की | रागिनी है एक प्यार की | ||
ज़िंदगी कि जिसका नाम है | |||
गाके गर कटे तो है सुबह | गाके गर कटे तो है सुबह | ||
रोके गर कटे तो शाम है | रोके गर कटे तो शाम है | ||
Line 55: | Line 55: | ||
लौ किसी यार से लगानी चाहिए | लौ किसी यार से लगानी चाहिए | ||
आदमी को आदमी बनाने के लिए | आदमी को आदमी बनाने के लिए | ||
ज़िंदगी में प्यार की कहानी चाहिए | |||
जो दु:खों में मुस्कुरा दिया | जो दु:खों में मुस्कुरा दिया | ||
Line 66: | Line 66: | ||
अपनी सब जवानी खुद जलानी चाहिए। | अपनी सब जवानी खुद जलानी चाहिए। | ||
आदमी को आदमी बनाने के लिए | आदमी को आदमी बनाने के लिए | ||
ज़िंदगी में प्यार की कहानी चाहिए | |||
दर्द गर किसी का तेरे पास है | दर्द गर किसी का तेरे पास है |
Revision as of 17:09, 30 December 2013
| ||||||||||||||
|
आदमी को आदमी बनाने के लिए |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख