द्वितीय पंचवर्षीय योजना: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 35: | Line 35: | ||
* योजना एक बंद अर्थव्यवस्था है, जिसमें मुख्य व्यापारिक गतिविधि आयात पूंजीगत वस्तुओं पर केंद्रित होगा। | * योजना एक बंद अर्थव्यवस्था है, जिसमें मुख्य व्यापारिक गतिविधि आयात पूंजीगत वस्तुओं पर केंद्रित होगा। | ||
* भारत में दूसरी पंचवर्षीय योजना के तहत आवंटित कुल राशि 4800 करोड़ रुपए थी। यह राशि विभिन्न क्षेत्रों के बीच आवंटित किया गया था। | * भारत में दूसरी पंचवर्षीय योजना के तहत आवंटित कुल राशि 4800 करोड़ रुपए थी। यह राशि विभिन्न क्षेत्रों के बीच आवंटित किया गया था। | ||
==सभी पंचवर्षीय योजनाओं का तुलनात्मक अध्ययन== | |||
[[चित्र:Observations on the Progress.JPG|left|400px]] | |||
[[चित्र:Five-year plan equitymaster.gif|left|400px]] | |||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
Revision as of 14:12, 19 August 2014
द्वितीय पंचवर्षीय योजना
| |
विवरण | यह भारत की राष्ट्रीय योजना है जो प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में योजना आयोग द्वारा विकसित और कार्यान्वित होती है। |
कार्यकाल | वर्ष 1956 से 1961 तक |
अध्यक्ष | जवाहरलाल नेहरू |
उपाध्यक्ष | वी.टी. कृष्णामाचारी |
योजना आकार | 4800 करोड़ |
विकास लक्ष्य | 4.5 फ़ीसदी |
वास्तविक | 4.27 फ़ीसदी |
अन्य जानकारी | इस योजना के लिए भारी तथा मूल उद्योगों पर विशेष बल दिया गया। |
द्वितीय पंचवर्षीय योजना का कार्यकाल 1956 से 1961 तक रहा। 'प्रो. पी. सी. महालनोबिस' के मॉडल पर आधारित इस योजना का लक्ष्य 'तीव्र औद्योगिकीकरण' था। द्वितीय पंचवर्षीय योजना के लिए भारी तथा मूल उद्योगों पर विशेष बल दिया गया। इन मूल महत्त्व के उद्योगों अर्थात् लौहे एवं इस्पात, अलौह धातुओं, भारी रसायन, भारी इंजीनियरिंग और मशीन निर्माण उद्योगों को बढ़ावा देने का दृढ़ निश्चय किया गया।
विशेष बिंदु
- विशेष रूप से भारी उद्योग, जो मुख्य रूप से कृषि पर ध्यान केंद्रित के विपरीत था, औद्योगिक उत्पादों के घरेलू उत्पादन को द्वितीय योजना में प्रोत्साहित किया गया था।
- सार्वजनिक क्षेत्र के विकास में 1953 में भारतीय सांख्यिकीविद् प्रशांत चन्द्र महलानोबिस द्वारा विकसित मॉडल का पालन किया।
- योजना के उत्पादक क्षेत्रों के बीच निवेश के इष्टतम आबंटन निर्धारित क्रम में करने के लिए लंबे समय से चलाने के आर्थिक विकास को अधिकतम करने का प्रयास किया। यह आपरेशन अनुसंधान और अनुकूलन के कला तकनीकों के प्रचलित राज्य के रूप में के रूप में अच्छी तरह से भारतीय सांख्यिकी संस्थान में विकसित सांख्यिकीय मॉडल के उपन्यास अनुप्रयोगों का इस्तेमाल किया
- योजना एक बंद अर्थव्यवस्था है, जिसमें मुख्य व्यापारिक गतिविधि आयात पूंजीगत वस्तुओं पर केंद्रित होगा।
- भारत में दूसरी पंचवर्षीय योजना के तहत आवंटित कुल राशि 4800 करोड़ रुपए थी। यह राशि विभिन्न क्षेत्रों के बीच आवंटित किया गया था।
सभी पंचवर्षीय योजनाओं का तुलनात्मक अध्ययन
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख