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         '''[[करवा चौथ]]''' का पर्व [[भारत]] में [[उत्तर प्रदेश]], [[पंजाब]], [[राजस्थान]] और [[गुजरात]] में मुख्य रूप से मनाया जाता है। करवा चौथ का व्रत [[कार्तिक]] मास के [[कृष्ण पक्ष]] में चंद्रोदय व्यापिनी [[चतुर्थी]] को किया जाता है। करवा चौथ स्त्रियों का सर्वाधिक प्रिय व्रत है। इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां अटल सुहाग, पति की दीर्घ आयु, स्वास्थ्य एवं मंगलकामना के लिए यह व्रत करती हैं। करवा चौथ के व्रत में [[शिव]], [[पार्वती]], [[कार्तिकेय]], [[गणेश]] तथा [[चंद्र देवता|चंद्रमा]] का पूजन करने का विधान है। स्त्रियां चंद्रोदय के बाद चंद्रमा के दर्शन कर अर्ध्य देकर ही जल-भोजन ग्रहण करती हैं। [[वामन पुराण]] में करवा चौथ व्रत का वर्णन आता है। [[करवा चौथ|... और पढ़ें]]
         '''[[करवा चौथ]]''' का पर्व [[भारत]] में [[उत्तर प्रदेश]], [[पंजाब]], [[राजस्थान]] और [[गुजरात]] में मुख्य रूप से मनाया जाता है। करवा चौथ का व्रत [[कार्तिक]] मास के [[कृष्ण पक्ष]] में चंद्रोदय व्यापिनी [[चतुर्थी]] को किया जाता है। इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां अटल सुहाग, पति की दीर्घ आयु, स्वास्थ्य एवं मंगलकामना के लिए यह व्रत करती हैं। करवा चौथ के व्रत में [[शिव]], [[पार्वती]], [[कार्तिकेय]], [[गणेश]] तथा [[चंद्र देवता|चंद्रमा]] का पूजन करने का विधान है। स्त्रियां चंद्रोदय के बाद चंद्रमा के दर्शन कर अर्ध्य देकर ही जल-भोजन ग्रहण करती हैं। [[वामन पुराण]] में करवा चौथ व्रत का वर्णन आता है। [[करवा चौथ|... और पढ़ें]]
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Revision as of 12:01, 10 October 2014

एक त्योहार

        करवा चौथ का पर्व भारत में उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में मुख्य रूप से मनाया जाता है। करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी को किया जाता है। इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां अटल सुहाग, पति की दीर्घ आयु, स्वास्थ्य एवं मंगलकामना के लिए यह व्रत करती हैं। करवा चौथ के व्रत में शिव, पार्वती, कार्तिकेय, गणेश तथा चंद्रमा का पूजन करने का विधान है। स्त्रियां चंद्रोदय के बाद चंद्रमा के दर्शन कर अर्ध्य देकर ही जल-भोजन ग्रहण करती हैं। वामन पुराण में करवा चौथ व्रत का वर्णन आता है। ... और पढ़ें