कर्णगोच्छ: Difference between revisions

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सिंहल के प्राचीन [[इतिहास]] [[दीपवंश]] 3, 14 में दी गई वंशावली में कर्णगोच्छ के अंतिम राजा नरदेव का उल्लेख है। कर्णगोच्छ का अभिज्ञान अनिश्चित हैं किंतु प्रसंग से सूचित होता है कि यह स्थान [[भारत]] में स्थित था न कि [[लंका]] में।  
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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Revision as of 09:30, 21 October 2014

सिंहल के प्राचीन इतिहास दीपवंश 3, 14 में दी गई वंशावली में कर्णगोच्छ के अंतिम राजा नरदेव का उल्लेख है। कर्णगोच्छ का अभिज्ञान अनिश्चित हैं किंतु प्रसंग से सूचित होता है कि यह स्थान भारत में स्थित था न कि लंका में।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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