स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर एण्ड जयपुर: Difference between revisions

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*मार्च 2011 को बैंक की शाखाएँ बढकर 902 (जिनमें 744 राजस्थान में) कुल व्यवसाय 96,596 करोड़ व निवल लाभ 550.88 करोड़ का हो गया।  
*मार्च 2011 को बैंक की शाखाएँ बढकर 902 (जिनमें 744 राजस्थान में) कुल व्यवसाय 96,596 करोड़ व निवल लाभ 550.88 करोड़ का हो गया।  
*एसबीबीजे ने तीन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों यथा मारवाड ग्रामीण बैंक (1976 में स्थापित), श्रीगंगानगर क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (1984 में स्थापित) एवं बीकानेर क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (1985 में स्थापित) प्रायोजित किये। इन सभी का एकल क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के रुप में जून 2006 में विलय कर एमजीबी ग्रामीण बैंक बना दिया गया।  
*एसबीबीजे ने तीन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों यथा मारवाड ग्रामीण बैंक (1976 में स्थापित), श्रीगंगानगर क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (1984 में स्थापित) एवं बीकानेर क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (1985 में स्थापित) प्रायोजित किये। इन सभी का एकल क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के रुप में जून 2006 में विलय कर एमजीबी ग्रामीण बैंक बना दिया गया।  
* बैंक राज्य के 9 जिलों में लीड बैंक की जिम्मेवारी का निर्वाह कर रहा हैं।
* बैंक राज्य के 9 ज़िलों में लीड बैंक की जिम्मेवारी का निर्वाह कर रहा हैं।





Revision as of 13:57, 1 November 2014

एसबीबीजे का लोगो|thumb स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर एण्ड जयपुर (अंग्रेज़ी: State Bank of Bikaner & Jaipur) भारत का एक प्रमुख बैंक है। स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर एण्ड जयपुर एक व्यावसायिक रूप सुव्यवस्थित सरकारी क्षेत्र का बैंक है। जिसका शुभारम्भ वर्ष 1963 में स्टेट बैंक ऑफ़ जयपुर और स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर के विलयीकरण से भारतीय स्टेट बैंक के सहयोगी बैंक के रूप में हुआ। वर्तमान में बैंक की देशभर में 864 से अधिक शाखायें हैं। इसका व्यापार केन्द्र मुख्यतया राजस्थान है। इस बैंक को संक्षेप में एसबीबीजे कहा जाता है।

स्थापना और इतिहास

स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर एण्ड जयपुर का प्रार्दुभाव तब हुआ जब सन्‌ 1943-44 में बैंक ऑफ़ जयपुर लिमिटेड एवं बैंक ऑफ़ बीकानेर लिमिटेड अस्तित्व में आये। भारतीय स्टेट बैंक के सहयोगी के रुप में दोनों बैंकों को वर्ष 1960 में समामेलित कर स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर और स्टेट बैंक ऑफ़ जयपुर नाम दिया गया। 1 जनवरी, 1963 को दोनों बैंकों को विलय कर एक बैंक - स्टेट बैंक ऑप बीकानेर एण्ड जयपुर नाम दिया गया। विधान, पूँजी, प्रबन्धन तथा अन्य बैंक सम्बन्धी मामले भारतीय स्टेट बैंक (समनुंषगी बैंक) अधिनियम, 1959 के प्रावधानों से शासित होते हैं। बैंक के 75 प्रतिशत अंश भारतीय स्टेट बैंक के पास हैं तथा बाकी संस्थाओं एवं साधारण जनता के पास हैं। बैंक ने 25 अप्रेल 1966 को गोविन्द बैंक प्रा. लि., मथुरा के व्यवसाय का अधिग्रहण किया। एसबीबीजे का सार्वजनिक निर्गम वर्ष 1997-98 में 12.21 लाख शेयर के लिए रु.100 प्रति के शेयर को रु.440 प्रिमियम पर जारी किया।

विशेषताएँ

  • सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर एण्ड जयपुर एक मात्र ऐसा बैंक हैं जिसका प्रधान कार्यालय राजस्थान में हैं। समामेलन के समय बैंक की 124 शाखाएँ (जिनमें 96 राजस्थान में) थीं, बैंक का व्यवसाय 45 करोड़ व निवल लाभ 7.5 लाख रुपये था।
  • मार्च 2011 को बैंक की शाखाएँ बढकर 902 (जिनमें 744 राजस्थान में) कुल व्यवसाय 96,596 करोड़ व निवल लाभ 550.88 करोड़ का हो गया।
  • एसबीबीजे ने तीन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों यथा मारवाड ग्रामीण बैंक (1976 में स्थापित), श्रीगंगानगर क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (1984 में स्थापित) एवं बीकानेर क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (1985 में स्थापित) प्रायोजित किये। इन सभी का एकल क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के रुप में जून 2006 में विलय कर एमजीबी ग्रामीण बैंक बना दिया गया।
  • बैंक राज्य के 9 ज़िलों में लीड बैंक की जिम्मेवारी का निर्वाह कर रहा हैं।



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