संयुक्त राष्ट्र महासभा: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 46: | Line 46: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
[[Category:विविध]][[Category:विदेश नीति]] | [[Category: अंतरराष्ट्रीय जगत]][[Category:विविध]][[Category:विदेश नीति]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
Revision as of 08:02, 25 December 2014
संयुक्त राष्ट्र महासभा
| |
विवरण | 'संयुक्त राष्ट्र महासभा' संयुक्त राष्ट्र की सर्वांगीण संस्था है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के समस्त सदस्य राष्ट्रों का सम प्रतिनिधित्व है। |
मुख्यालय | मैनहैटन द्वीप, न्यूयॉर्क शहर, संयुक्त राज्य |
स्थापना | 1945 |
सदस्य देश | 192 |
आधिकारिक भाषाएँ | अंग्रेज़ी, चीनी, फ़्रांसीसी, अरबी, रूसी, स्पेनी। |
संबंधित लेख | संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद |
अन्य जानकारी | महासभा के प्रत्येक अधिवेशन के तीन महीने पहले सभा का अध्यक्ष चुना जाता है। महासभा के विशेष अधिवेशन सुरक्षा परिषद या सभा के बहुमत के अनुरोध द्वारा आयोजित किए जा सकते हैं। |
संयुक्त राष्ट्र महासभा (अंग्रेज़ी: United Nations General Assembly) संयुक्त राष्ट्र से सम्बंधित सर्वांगीण संस्था है। इस संस्था में संयुक्त राष्ट्र के समस्त सदस्य राष्ट्रों का समान प्रतिनिधित्व है। संयुक्त राष्ट्र के घोषणापत्र के अंतर्गत आने वाले समस्त विषयों पर तथा संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न अंगों की कार्य परिधि में आने वाले प्रश्नों पर महासभा विचार करती है।
सम्मेलन
महासभा संयुक्त राष्ट्र के 5 मुख्य अंगों में से एक है। इस सभा का हर वर्ष सब सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ सम्मेलन होता है। इन प्रतिनिधियों में से एक को अध्यक्ष चुना जाता है, क्योंकि समान्य सभा वह अकेला मुख्य अंग है, जिसमें सब सदस्य देश सम्मिलित होते है। उसके सम्मेलन अधिकतर विवाद के मंच होते है। महासभा बाकायदा, विशेष और आपात अधिवेशन में मिलती है। अधिवेशन सितम्बर के तीसरे मंगलवार को आयोजित होता है और दिसम्बर में थोड़ी देर के लिए रुकता है। यदि आवश्यक हो तो अगले वर्ष महासभा फिर से आयोजित होती है। तब यह अधिवेशन सितम्बर माह में, दूसरे अधिवेशन के एक दिन पहले, समाप्त होता है।
अध्यक्ष का चुनाव
महासभा के प्रत्येक अधिवेशन के तीन महीने पहले सभा का अध्यक्ष चुना जाता है। वर्ष 2003 तक अध्यक्ष अधिवेशन के पहले सम्मेलन में ही चुन लिया जाता था। आरंभिक दो सप्ताहों के लिए, समान्य विवाद जारी रहते हैं, जिसमें महासचिव और अध्यक्ष के बाद हर प्रतिनिधि को सभा के सामने व्याख्यान देने का अवसर प्रदान किया जाता है।
महासभा के कार्य
'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद' के स्थायी सदस्यों के निषेधाधिकार प्रयोग से उत्पन्न राष्ट्रसंघ की अकर्मण्यता के निवारण के लिए महासभा ने 1940 में 'लघुसभा' नामक एक अंतरिम समिति की स्थापना की थी। महासभा के सत्रावसान में महासभा का कार्य लघुसभा कर सकती है और महासभा का अधिवेशन बुला सकती है। इसके अनुसार, सुरक्षा परिषद में शांति एवं सुरक्षा के प्रश्नों पर एकसमान मत न होने पर, 24 घंटे की सूचना पर महासभा का विशेष अधिवेशन बुलाया जा सकता है, जो सामूहिक उपायों का अभिस्ताव और सैनिक कार्यवाही का निर्देश कर सकता है। 'संयुक्त राष्ट्र महासभा' ने पिछले वर्षों में विश्व की विभिन्न जटिल समस्याओं पर विचार किया और कोरिया, ग्रीस, पैलेस्टाइन, स्पेन आदि के प्रश्न पर उचित कार्यवाही की। 1959 में ब्रिटेन, फ़्राँस और इसराइल द्वारा स्वेज पर किए गए आक्रमण को रोकने में महासभा सफल हुई।
महत्त्वपूर्ण बिन्दु
- महासभा के विशेष अधिवेशन सुरक्षा परिषद या सभा के बहुमत के अनुरोध द्वारा आयोजित किए जा सकते हैं।
- महत्त्वपूर्ण प्रश्नों, जैसे- शांति और सुरक्षा के लिए सिफ़ारिश, संयुक्त राष्ट्र के अंगों के सदस्यों का चुनाव, आर्थिक निर्णय, सदस्यों के प्रवेश, निष्कासन आदि के निर्णय दो तिहाई बहुमत के अनुसार होते हैं। बाकी के निर्णय साधारण बहुमत के अनुसार लिए जाते हैं। हर सदस्य को एक मत मिलता है।
- 1980 के आस-पास महासभा विकासशील राष्ट्रों और विकसित राष्ट्रों के बीच के विवाद की जगह बन गई थी। सभा के दो तिहाई से अधिक सदस्य विकासशील राष्ट्रों के हैं और इसलिए विकासित राष्ट्रों के पास महासभा में संख्या बल की दृष्टि से अधिक शक्ति नहीं है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख