मैं तो आरती उतारूँ: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
('{| class="bharattable-pink" align="right" |+ संक्षिप्त परिचय |- | * फ़िल्म : जय संतो...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
Line 1: Line 1:
{| class="bharattable-pink" align="right"
{{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय
|+ संक्षिप्त परिचय
|चित्र=Pradeep.jpg
|-
|चित्र का नाम=कवि प्रदीप
|
|विवरण='''{{PAGENAME}}''' एक प्रसिद्ध फ़िल्मी गीत है। 
* फ़िल्म : जय संतोषी माँ (1975)
|शीर्षक 1=रचनाकार
* संगीतकार :
|पाठ 1=[[कवि प्रदीप]]
* गायक/गायिका [[लता मंगेशकर]]
|शीर्षक 2=फ़िल्म  
* गीतकार: [[प्रदीप]]
|पाठ 2=जय संतोषी माँ (1975)
|}
|शीर्षक 3=संगीतकार
|पाठ 3=सी. अर्जुन
|शीर्षक 4=गायक/गायिका
|पाठ 4= उषा मंगेशकर
|शीर्षक 5=
|पाठ 5=
|शीर्षक 6=
|पाठ 6=
|शीर्षक 7=
|पाठ 7=
|शीर्षक 8=
|पाठ 8=
|शीर्षक 9=
|पाठ 9=
|शीर्षक 10=
|पाठ 10=
|संबंधित लेख=
|अन्य जानकारी=कवि प्रदीप का मूल नाम 'रामचंद्र नारायणजी द्विवेदी' था। प्रदीप [[हिंदी साहित्य]] जगत और हिंदी फ़िल्म जगत के एक अति सुदृढ़ रचनाकार रहे। कवि प्रदीप '[[ऐ मेरे वतन के लोगों]]' सरीखे देशभक्ति गीतों के लिए जाने जाते हैं।
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
}}
{{Poemopen}}
{{Poemopen}}
<poem>
<poem>

Revision as of 13:25, 9 February 2015

मैं तो आरती उतारूँ
विवरण मैं तो आरती उतारूँ एक प्रसिद्ध फ़िल्मी गीत है।
रचनाकार कवि प्रदीप
फ़िल्म जय संतोषी माँ (1975)
संगीतकार सी. अर्जुन
गायक/गायिका उषा मंगेशकर
अन्य जानकारी कवि प्रदीप का मूल नाम 'रामचंद्र नारायणजी द्विवेदी' था। प्रदीप हिंदी साहित्य जगत और हिंदी फ़िल्म जगत के एक अति सुदृढ़ रचनाकार रहे। कवि प्रदीप 'ऐ मेरे वतन के लोगों' सरीखे देशभक्ति गीतों के लिए जाने जाते हैं।

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की
जय जय संतोषी माता जय जय मां

बड़ी ममता है बड़ा प्यार मां की आँखों में
बड़ी करुणा माया दुलार मां की आँखों में

क्यूं न देखूं बारम्बार मां की आँखों में
दिखे हर घड़ी नया चमत्कार मां की आँखों में

नृत्य करूं छुम छुम झम झम झम झुम झुम
झांकी निहारूं रे ओ प्यारी -२ झांकी निहारूं रे

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की
जय जय संतोषी माता जय जय मां

सदा होती है जय जयकार मां के मन्दिर में
नित झांझर की हो झंकार मां के मन्दिर में

सदा मंजीरे करते पुकार मां के मन्दिर में
दिखे हर घड़ी नया चमत्कार मां के मन्दिर में

दीप धरुं धूप धरुं प्रेम सहित भक्ति करूं
जीवन सुधारुं रे ओ प्यारा -२ जीवन सुधारुं रे

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख