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| <quiz display=simple> | | <quiz display=simple> |
| {बंगाल कला शैली किस तकनीक से जानी जाती है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-78,प्रश्न-5
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| -तैल तकनीक
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| -लघु चित्रण तकनीक
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| +वॉश तकनीक
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| -टेम्परा तकनीक
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| ||[[चित्रकला|भारतीय चित्रकला]] के पुनर्जागरण का श्रेय बंगाल शैली को दिया जाता है। इसी शैली को 'टैगोर शैली', वॉश शैली', 'पुनरुत्थान या पुनर्जागरण शैली' भी कहा जाता है, जो पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुई और भारतीय चित्रकला ने पाश्चात्य के प्रभाव से मुक्ति पाई। यहीं से भारतीय आधुनिक चित्रकला का इतिहास आरंभ होता है। बंगाल पुनरुत्थान युग के प्रवर्तक [[अबनीन्द्रनाथ टैगोर]] थे।
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| {चित्रकार [[जामिनी राय]] की प्रसिद्ध कलाकृति 'मां एवं शिशु' का माध्यम क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-88,प्रश्न-85
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| +कैनवास पर तैल रंग
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| -कैनवास पर टेम्परा
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| -टेम्परा
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| -वॉश
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| ||[[जामिनी राय]] ने अपनी प्रसिद्ध कृति 'मां एवं शिशु' का चित्रण कैनवास पर तैल रंग से किया। जिसका विवरण राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय, [[नई दिल्ली]] की वेबसाइट पर संग्रहीत है। इससे सम्बधित अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्न प्रकार हैं- (1) जामिनी राय ने अधिकांशत: जमीनी या प्राकृतिक रंगों का प्रयोग किया। (2) इन्होंने स्थानीय लोक कलाओं की विषय-वस्तु को अपनी [[कला]] में समावेश किया। (3) इन्होंने [[रामायण]] और [[कृष्णलीला]] के दृश्यों को अपनी कला में उतारा। (4) इन्होंने गांव के स्त्री-पुरुष का चित्रण किया तथा पटुआ के संग्रह से लोकप्रिय प्रतिबिंबों को पुन: लोगों के बीच प्रस्तुत किया। (5) 'बाउल एवं बैठी हुई महिला' उनके चित्रकारी का उत्कृष्ट उदाहरण है।
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| {'वी. कुंजमणी' कौन है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-193,प्रश्न-65
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| -[[तबला वादक]]
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| -सरोद वादक
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| +बांसुरी वादक
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| -इनमें से कोई नहीं
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| ||वी. कुंजमणी, हरी प्रसाद चौरसिया, रघुनाथ सेठ, पन्नालाल घोष, राजेन्द्र प्रसन्ना, राजेन्द्र कुलकर्णी, प्रकाश सक्सेना, आदि बांसुरी वादक हैं।
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| {'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन' किस शहर में स्थित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-199,प्रश्न-107
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| -[[मुंबई]]
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| -[[दिल्ली]]
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| +[[अहमदाबाद]]
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| -[[पटना]]
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| ||राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान [[भारत]] का प्रमुख डिजाइन संस्थान है। यह [[गुजरात]] के [[अहमदाबाद]] नगर में स्थित है।
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| {भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का मुख्यालय कहाँ है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-200,प्रश्न-117
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| +[[नई दिल्ली]]
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| -[[अहमदाबाद]]
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| -[[भोपाल]]
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| -[[नागपुर]]
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| ||भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक विभाग है। इसका मुख्यालय [[नई दिल्ली]] में है।
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| {निम्मलिखित में कौन उपन्यासकार नहीं है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-202,प्रश्न-130
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| -[[प्रेमचंद]]
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| -शरतचंद
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| -[[जयशंकर प्रसाद]]
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| +जतिन दास
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| ||जतिन दास का जन्म दिसंबर, 1941 में उड़िसा ([[ओडिशा]]) के मयूरभंज में हुआ था। वे भारतीय चित्रकार व [[मूर्तिकार]] हैं। उन्होंने बंबई के सर जे.जे. स्कूल ऑफ आर्ट्स में प्रो. एस. बी. पालसिकर के मार्गदर्शन में कला की शिक्षा प्राप्त की। वह बालीवुड अभिनेत्री नंदिता दास के पिता हैं। शेष उपन्यासकार हैं।
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| {'[[भारतीय कला]]' नामक पुस्तक के लेखक हैं(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-205,प्रश्न-149
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| -डॉ. जगदीश गुप्त
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| -प्रो. रामचन्द्र शुक्ल
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| +[[वासुदेव शरण अग्रवाल]]
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| -असित कुमार हल्दर
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| ||'भारतीय कला' नामक पुस्तक के लेखक [[वासुदेव शरण अग्रवाल]] हैं। यह पुस्तक भारतीय कला के इतिहास पर आधारित है।
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| {चिकनकारी संबंधित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-209,प्रश्न-178
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| |type="()"}
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| -[[चित्रकला]] से
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| -पाककला से
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| +वस्त्र कला से
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| -गृहसज्जा से
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| ||[[भारत]] में चिकनकारी वस्त्र कला से संबंधित है।
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| {[[उत्तर प्रदेश]] में किस स्थान की 'ब्लैक पॉटरी प्रसिद्ध है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-209,प्रश्न-177
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| |type="()"}
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| -चुनार
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| -[[रामपुर]]
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| -[[लखनऊ]]
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| +निजामाबाद
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| ||[[उत्तर प्रदेश]] के आजमगढ़ जिले के निजामाबाद की ब्लैक पॉटरी प्रसिद्ध है।
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| {प्रारंभिक ईसाई काल के चित्र सर्वप्रथम कहाँ बनाए गए थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-211,प्रश्न-193
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| |type="()"}
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| -मंदिरों पर
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| -चर्चों पर
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| +समाधि गुफ़ाओ पर
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| -महलों पर
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| ||प्रारंभिक ईसाई काल के चित्र सर्वप्रथम समाधि गुफाओं पर बनाए गए थे।
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| {'अमरावती स्तूप' कहाँ स्थित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-211,प्रश्न-194 | | {'अमरावती स्तूप' कहाँ स्थित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-211,प्रश्न-194 |
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| -[[कर्नाटक]] में | | -[[कर्नाटक]] में |
| -[[बिहार]] में | | -[[बिहार]] में |
| ||अमरावती स्तूप जिसे महाचैत्य के रूप में भी जाना जाता है। अमारावती, आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में [[कृष्णा नदी]] के दाहिने तट पर स्थित है। | | ||अमरावती स्तूप जिसे महाचैत्य के रूप में भी जाना जाता है। अमरावती, [[आंध्र प्रदेश]] के गुंटूर जिले में [[कृष्णा नदी]] के दाहिने तट पर स्थित है। |
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