खारदुंग ला दर्रा: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
आदित्य चौधरी (talk | contribs) m (Text replacement - "शृंखला" to "श्रृंखला") |
||
Line 7: | Line 7: | ||
|शीर्षक 2=ऊँचाई | |शीर्षक 2=ऊँचाई | ||
|पाठ 2=5602 मीटर | |पाठ 2=5602 मीटर | ||
|शीर्षक 3=पर्वत | |शीर्षक 3=पर्वत श्रृंखला | ||
|पाठ 3=[[हिमालय]] | |पाठ 3=[[हिमालय]] | ||
|शीर्षक 4= | |शीर्षक 4= |
Latest revision as of 10:20, 9 February 2021
खारदुंग ला दर्रा
| |
विवरण | 'खारदुंग ला दर्रा' हिमालय स्थित भारत और संभवतः विश्व का सबसे ऊँचा दर्रा है। |
स्थिति | भारत |
ऊँचाई | 5602 मीटर |
पर्वत श्रृंखला | हिमालय |
अन्य जानकारी | खारदुंग ला दर्रा मध्य एशिया में कशगर को लेह से जोड़ने वाला ऐतिहासिक मार्ग है। |
खारदुंग ला दर्रा अथवा 'खारदोंग ला दर्रा' हिमालय स्थित एक दर्रा है। यह समुद्र तल से लगभग 5602 मीटर (18,380 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है।
- यह परिवहन योग्य भारत और संभवतः विश्व का सबसे ऊँचा दर्रा है, परन्तु इसकी ऊँचाई विवादित भी है।
- लद्दाख क्षेत्र में लेह के पास स्थित यह दर्रा 'श्योक' और 'नुब्रा' घाटियों को जोड़ता है।
- यहाँ पर कई मोटर साइकिल और पहाड़ों के बाइक अभियान होते हैं।
- खारदुंग ला दर्रा मध्य एशिया में कशगर को लेह से जोड़ने वाला ऐतिहासिक मार्ग भी है।
- आधुनिक तकनीकों से खारदुंग ला दर्रे की ऊंचाई 5,359 मीटर (17,582 फीट) मापी गई है।[1]
- हाल ही में खारदुंग ला में लेह-नूब्रा मार्ग पर करीब 10 किलोमीटर के क्षेत्र में कई जगह भूस्खलन हुआ था, जिसमें 150 वाहनों के साथ 400 लोग फंस गए थे। भारतीय सेना और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर इन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारत में हिमालय के प्रमुख दर्रे (हिन्दी) वाइवेस पेनोरमा। अभिगमन तिथि: 23 नवम्बर, 2014।