भारत के पुष्प: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replace - "==सम्बंधित लिंक==" to "==संबंधित लेख==")
Line 12: Line 12:
|शोध=
|शोध=
}}
}}
==सम्बंधित लिंक==
==संबंधित लेख==
{{पुष्प}}
{{पुष्प}}
[[Category:पुष्प]]
[[Category:पुष्प]]
[[Category:वनस्पति कोश]]
[[Category:वनस्पति कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

Revision as of 13:25, 14 September 2010

thumb|250px|पुष्प
Flowers
पुष्प को मनुष्य के द्वारा सजावट और औषधि के लिए उपयोग में लाया जाता है। इसके अलावा घरों और कार्यालयों को सजाने में भी इनका उपयोग बहुतायत से होता है। भारत में पुष्प की खेती एक लंबे अरसे से होती रही है, लेकिन आर्थिक रूप से लाभदायक एक व्यवसाय के रूप में पुष्पों का उत्पादन पिछले कुछ सालों से ही प्रारंभ हुआ है। समकालिक पुष्प जैसे गुलाब, कमल ग्लैडियोलस, रजनीगंधा, कार्नेशन आदि के बढ़ते उत्पादन के कारण गुलदस्ते और उपहारों के स्वरूप देने में इनका उपयोग काफी बढ़ा है। मध्यम वर्ग के जीवनस्तर में सुधार और आर्थिक संपन्नता के कारण पुष्प बाजार के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया और फूलों की खेती को एक विशाल बाजार का स्वरूप प्रदान कर दिया है। भारत ने पुष्प उत्पादन में उल्लेखनीय प्रगति की है। देश के लगभग 1.14 लाख हेक्टेयर भूमि पर पुष्प कृषि की जाती है। देश में 6,70,000 मैट्रिक टन फूलों का उत्पादन होता है इसके अलावा 13,009.3 मिलियन काटे गए फूलों का उत्पादन होता है।

बागवानी

बागवानी पुष्‍पों को पूरी तरह उगाने की कला और जानकारी है। तमिलनाडु में गुलाब उगाए जाते है। इस राज्‍य में एडवर्ड रोज तथा आंध्र प्रदेश रेड रोज़ दो गुलाबों की प्रजातियाँ मैदानों में उगाई जाती है। उत्तरी राज्‍यों की तुलना में दक्षिणी राज्‍यों में पुष्‍पों का उपयोग कहीं अधिक हैं। पुष्‍प विक्रेताओं, पुष्‍प किराएदारों, इन उद्योग द्वारा तथा हार के रूप में पुष्‍पों का इस्‍तेमाल किया जाता है। जिन केंद्रों पर जहाँ आधुनिक फूलों की मांग है, वे मुंबई, पुणे, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, दिल्ली, चंडीगढ़, लखनऊ तथा कोलकाता हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख